जैसे रोहित शर्मा ने इस वर्ल्ड कप में ताबड़तोड़ अंदाज में भारत को
शुरुआत दिलाई है, ठीक वैसे ही श्रेयस अय्यर ने भी मिडिल आर्डर में अपनी
तूफानी बैटिंग से भारत के स्कोर को विशाल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका
निभाई है।
अय्यर के खेल की सबसे बड़ी ताकत उनका स्पिनरों के खिलाफ पुख्ता प्रदर्शन
रहा है और उनका यहीं अंदाज एक बार फिर सेमीफाइऩल में न्यूज़ीलैंड के
खिलाफ दिखा। सेंटनर, रवींद्र और फिलिप्स पर अय्यर जमकर बरसे। स्पिनरों के
खिलाफ इस खिलाड़ी ने आगे बढ़ बढ़कर लांग-ऑन पर खूब छक्के जड़े। मुम्बई के
इस खिलाड़ी ने 70 गेंदों में आठ छक्कों और चार चौकों की मदद से 105 रनों
की तुफानी पारी खेली। इस सेंचुरी के साथ अय्यर ने लगातार इस वर्ल्ड कप
में चौथी बार पचास से ज्यादा का आंकड़ा छुआ है- इससे पहले नीदरलैंड
(128), श्रीलंका (82) और साउथ अफ्रीका (77) के खिलाफ मुश्किल विकेटों पर
उन्होंने शानदार पारियां खेली थीं। सेमीफाइनल में इस सेंचुरी के साथ अब
अय्यर ने इस वनडे वर्ल्ड कप में 500 से ज्यादा रन बना लिए हैं। वे दुनिया
के पहले बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने नंबर चार या फिर उससे नीचे
बल्लेबाजी करते हुए 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। इससे पहले साल 2007 में
न्यूजीलैंड के स्कॉट स्टायरिस ने 499 रन और 2015 में एबी डिविलियर्स ने
482 रन बनाए थे।
अय्यर के इस वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के लिए कोच राहुल द्रविड़ की
भी तारीफ होनी चाहिए, जिन्होंने इंजरी और फार्म से जूझने के बावजूद इस
खिलाड़ी पर विश्वास बनाए रखा। श्रेयस के रुप में भारत को लंबे समय से चली
आ रही नंबर चार की पहेली का एक परफेक्ट हल मिला है। अय्यर मिडिल आर्डर
में विराट कोहली को ठहराव देते हैं। भारत की बैटिंग विराट कोहली की इर्द
गिर्द घूमती है। कोहली रक्षात्मक खेलें इसके लिए श्रेयस अय्यर बड़ी हिटें
लगाकर रनरेट के दबाव को भी हटाते है।