टीम इंडिया पर तीन तरफ से मार पड़ी है। पहली साउथ अफ्रीका के खिलाफ पारी की हार जो टीम के लिए बहुत बड़े सदमे से कम नहीं है। दूसरी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की पॉइंट्स टेबल में टीम इंडिया का छठे स्थान पर लुढ़कना और तीसरे धीमी ओवर रेट के लिए मैच फीस का दस फीसदी जुर्माना लगना। इनमें तीसरी मार ज़्यादा गम्भीर है क्योंकि इससे भारत को पॉइंट्स टेबल में दो अंकों का भी नुकसान हुआ है।
इस समय पॉइंट्स टेबल में साउथ अफ्रीका सौ फीसदी अंकों के साथ सबसे ऊपर है। दूसरे स्थान पर पाकिस्तान की टीम है जिसके 61.11 फीसदी अंक है और जिसने श्रीलंका के खिलाफ दोनों टेस्ट जीते जबकि ऑस्ट्रेलिया से अब तक खेले दोनों टेस्टों में उसे हार का सामना करना पड़ा। तीसरे स्थान पर 50 फीसदी अंकों के साथ न्यूज़ीलैंड और इतने ही फीसदी अंकों के साथ बांग्लादेश की टीम है। पाकिस्तान को हराने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया की टीम 41.67 फीसदी अंकों के साथ पांचवें स्थान पर आ गई है। उसने इंग्लैंड और पाकिस्तान से दो-दो टेस्ट जीते जबकि दो टेस्टों में उसे इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद वेस्टइंडीज़, इंग्लैंड और श्रीलंका का नम्बर आता है। श्रीलंका का तो अंकों का अभी खाता भी नहीं खुला है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में सबसे शर्मनाक हार के साथ भारतीय टीम को मैच फीस का 10 फीसदी और वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के दो अहम अंक भी गंवाने पड़े। भारत को सेंचुरियन में पहले टेस्ट में तीन दिन में पारी और 32 रन से हार का सामना करना पड़ा जो साउथ अफ्रीका में उसकी सबसे बड़ी हार है। आईसीसी ने जारी एक बयान में कहा कि आईसीसी एलीट पैनल के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने टीम इंडिया को यह सजा सुनाते हुए कहा कि भारत निर्धारित समय में लक्ष्य से दो ओवर पीछे था।’
न्यूनतम ओवर रेट के अपराधों के मामले में आईसीसी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.22 के अंतर्गत हर एक ओवर पर मैच फीस का पांच फीसदी जुर्माना होता है। इसके साथ ही प्रति ओवर डब्ल्यूटीसी का एक अंक कटता है। आईसीसी ने कहा कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सजा स्वीकार कर ली है लिहाजा औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। मैदानी अंपायरों पॉल रीफेल और लैंगटन रूसेरे, तीसरे अंपायर अहसान रजा और चौथे अम्पायर स्टीफन हैरिस ने इस सजा का ऐलान किया।