~प्राची कपरुवाण
भारतीय युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए जितनी उनसे उम्मीदें थीं। इस दौरान उन्हें बल्लेबाजी में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। नया माहौल, सामने गज़ब के गेंदबाज़, जिनके सामने वह उतने सहज नहीं रह पाए जितने कि भारत में होने वाली सीरीज़ में रहते हैं। 22 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा कि यह उनके लिए सीखने का अच्छा अनुभव था और अब उनका लक्ष्य है कि वह आगे इसे और बेहतर करने की कोशिश करें। उन्होंने बताया कि कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें एक पॉजिटिव माइंडसेट से आगे बढ़कर खेलने की सलाह दी।
सीरीज के दौरान वह चार पारियों में केवल 50 रन ही बना पाए जिसके साथ सीरीज 1-1 से बराबर समाप्त हुई। केपटाउन के न्यूलैंडस मैदान में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान जायसवाल की 23 गेंदों में 28 रनों की पारी ने भारत को
उनका 79 रन का लक्ष्य पूरा करने मे बहुत मदद की।
उन्होंने बताया कि कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने उन्हें एक पॉजिटिव माइंडसेट से आगे बढ़कर खेलने की सलाह दी। कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हे सलाह देते हुए कहा कि उन्हें मुस्कुराहट के साथ खुलकर बल्लेबाजी करने पर जोर देना चहिए। उनका मानना है कि उनके दिमाग में सिर्फ इतना था कि उन्हें भारत को एक अच्छी शुरुआत देनी थी। उन्होंने कहा कि यह टूर उनके लिए सीखने का बहुत अच्छा मौका था, जहां उन्हें उनकी खामियों का पता लगा और यह भी कि कहां सुधार करने की जरूरत है।
यशस्वी का मानना है कि यहां गेंद अलग तरह से आती है और इसमें उन्होंने अपना सौ फीसदी प्रदर्शन करने की कोशिश की लेकिन वह मानते है कि उन्हें इसके बावजूद कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। यह अनुभव उन्हें
आगे के लिए अच्छी स्थिति में रखेगा क्योंकि वह अभी सीख रहे है। वह पूरी कोशिश करेंगे की अगली सीरीज़ के दौरान वह और सुधार कर सकें।