अगर कोई बल्लेबाज़ पहले छह टेस्ट में एक सेंचुरी, एक डबल सेंचुरी और पांच
हाफ सेंचुरी लगाए तो उसे क्या कहेंगे आप। हम यहां बात कर रहे हैं कि साउद
शकील की, जिन्होंने गॉल टेस्ट में डबल सेंचुरी बनाकर पाकिस्तान को संकट
से उबार दिया। हालांकि चाय से कुछ पहले से उनकी धीमी बल्लेबाज़ी की
आलोचना भी खूब हुई लेकिन उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी के दौरान कई
कीर्तिमान अपने नाम कर लिए।
बाएं हाथ का यह बल्लेबाज़ श्रीलंका में डबल सेंचुरी बनाने वाला पहला
पाकिस्तानी है। पहले छह टेस्ट में रन बनाने वालों की सूची में वह डॉन
ब्रेडमैन और सुनील गावसकर के बाद तीसरे स्थान पर है। साउद ने जितने रन
गॉल टेस्ट में बनाए, उतने रन तो उन्होंने कभी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में
भी नहीं बनाए।
वैसे पुछल्ला बल्लेबाज़ों के साथ लम्बे समय तक खेलना और रन बनाना भी एक
कला है। भारत में एमएस धोनी और वीवीएस लक्ष्मण ने ऐसा कई बार किया है।
साउद ने आगा सलमान के साथ छठे विकेट के लिए 177 रन की पार्टनरशिप की। फिर
सातवें विकेट के लिए नौमन अली के साथ 52 और नसीम शाह के साथ आठवें विकेट
के लिए 96 रन की पार्टनरशिप की। कवर ड्राइव और स्वीप शॉट उनके पसंदीदा
शॉट्स हैं। खासकर रमेश मेंडिस पर उन्होंने स्वीप शॉट बहुत ही सहजता के
साथ लगाए। यह उनकी आगा सलमान के साथ शानदार बल्लेबाज़ी का ही परिणाम था
कि श्रीलंका के हाल के सबसे सफल गेंदबाज़ प्रबद जयसूर्या औसत दर्जे के
गेंदबाज़ साबित हुए और उन पर खासकर इन दोनों बल्लेबाज़ों ने खूब रन बनाए।
जिस तरह पहले तीन दिन बारिश और खराब रोशनी की वजह से खेल प्रभावित हुआ,
उसके मद्देनज़र अगर चौथे और पांचवें दिन का खेल भी इस वजह से प्रभावित
हुआ तो यह पाकिस्तान के लिए खराब खबर होगी। उस वक्त साउद शकील की तीसरे
दिन के आखिरी सत्र की बेहद धीमी बल्लेबाज़ी टीम के लिए नुकसानदायक साबित
हो सकती है। वहीं अगर पाकिस्तान 149 रनों की बड़ी बढ़त का मतलब तभी है जब
पाकिस्तान दूसरी पारी में शानदार गेंदबाज़ी करे और अपनी बढ़त के अंदर ही
श्रीलंका के कम से कम चार खिलाड़ियों को आउट करे। यह तभी सम्भव है जब
पाकिस्तान को अपने किसी स्पिनर का अच्छा साथ मिले। बाबर आज़म को भी चाहिए
कि वह गेंदबाज़ों को लेकर ज़्यादा प्रयोग न करें। शाहीन आफरीदी और नसीम
शाह के अलावा बाकी तीन स्पिनरों में से यदि एक भी कहर बरपाने वाली
गेंदबाज़ी करता है तो तीन गेंदबाज़ ही पाकिस्तान को मैच जिता सकते हैं।