उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी। सिडनी के दर्शकों से उन्हें बहुत प्यार और सम्मान मिला। इस टेस्ट में उन्होंने 57 रन बनाए। टेस्ट मैच के दौरान अपनी आखिरी पारी के बाद जब डेविड वॉर्नर शान से मैदान से बाहर निकल रहे थे तो वहां स्टेडियम में बैठे दर्शकों ने खड़े होकर उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया।
37 वर्षीय वॉर्नर ने अपना टेस्ट करियर की शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ एक दिसंबर 2011 में की। तब से लेकर अब तक उन्होंने 112 पारियों में 44.6 की औसत से 8786 रन बनाए जिसमें 37 हाफ-सेंचुरी, 22 सेंचुरी शामिल हैं। इसके
अलावा उन्होंने तीन डबल सेंचुरी भी बनाई। भारत के खिलाफ उन्होंने 21 टेस्ट मैचों में 31.23 के औसत से 1218 रन बनाए जिसमें तीन हाफ-सेंचुरी और चार सेंचुरी शामिल हैं। पाकिस्तान के खिलाफ उनका प्रदर्शन शानदार रहा
जहां उन्होंने 13 टेस्टों में 74.75 के औसत से 1495 रन बनाए जिसमें चार हाफ-सेंचुरी और छह सेंचुरी शामिल है। ऑस्ट्रेलिया में तो उनका पाकिस्तान के खिलाफ औसत 140 रन प्रति पारी तक पहुंच गया।
ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को सिडनी में पाकिस्तान का क्लीन स्वीप किया। जब ऑस्ट्रेलिया को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में तीसरी जीत हासिल करने के लिए केवल 11 रनों की जरुरत थी, तब वॉर्नर साजिद खान की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। मैदान पर उनका तालियों के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान जब वह वापस पविलियन की तरफ जा रहे थे, तब उन्होंने अपना हेलमेट और ग्लव्स एक बच्चे को सौंप दिए और टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली।
वॉर्नर ने बताया कि यह काफ़ी हद तक एक सपने के सच होने जैसा है कि आप 3-0 से जीतते हैं और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के लिए 18 महीने से लेकर दो साल तक के शानदार समय का अंत करते हैं। उन्होंने बताया कि वह इस समय महान क्रिकेटरों के एक समूह के साथ होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं।