~दीपक अग्रहरी
भारत ने एकतरफा फाइनल में श्रीलंका को हराकर आठवीं बार एशिया कप जीत
लिया। भारत को यह कामयाबी पांच साल बाद हासिल हुई। रविवार को, मोहम्मद
सीराज ने 21 रन देकर 6 विकेट लिए जिसकी बदौलत श्रीलंका की टीम मात्र 50
रन पर आउट हो गई। टॉस हारने के बाद रोहित शर्मा ने कहा था कि वह भी पहले
बल्लेबाजी करना चाहते थे लेकिन निर्धारित समय से दस मिनट पहले ही बारिश
शुरू हो गई।
आख़िरकार 40 मिनट की देरी के बाद मैच शुरू हुआ और सम्भवत: बारिश से पूरी
स्थिति बदल गई। जसप्रीत बुमराह ने गेंद को दोनों ओर मूव कराया। अपनी
तीसरी गेंद पर उन्होंने कुसल परेरा को विकेट के पीछे कैच कराया। दूसरे
छोर से श्रीलंका को और भी करारा झटका लगा। सीराज ने मेडन ओवर से शुरुआत
की। अपने अगले ओवर में उन्होंने चार विकेट झटके। पथुम निसांका उनका पहला
शिकार बने जिन्होंने एक बाहर जाती गेंद को बैकवर्ड पॉइंट की ओर धकेला,
जहां रवींद्र जड़ेजा ने अपने दाहिनी ओर छलांग लगाकर उसे दोनों हाथों से
पकड़ लिया। इसके बाद एक के बाद एक सीराज ने सदीरा समरविक्रमा, चरित
असलंका और धनंजय डी सिल्वा को भी पविलियन वापस भेजा। 12 रन पर 6 विकेट और
श्रीलंका पर वनडे के सबसे कम स्कोर परआउट होने का खतरा मंडरा रहा था।
मेंडिस और डुनिथ वेलालगे ने सातवें विकेट के लिए 21 रन जोड़कर कुछ रन
बटोरने की कोशिश की लेकिन सीराज का कहर अभी थमा नहीं था। 12वें ओवर में
उन्होंने मेंडिस का मिडिल स्टंप उखाड़ कर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके
तुरंत बाद हार्दिक पांड्या ने तीन विकेट लेकर पारी को समेट दिया। गिल और
ईशान की सलामी जोड़ी को मामूली लक्ष्य का पीछा करने में कोई परेशानी नहीं
हुई। गिल ने कई कवर ड्राइव लगाए जबकि ईशान ने कट शॉट्स से कई चौके लगाए।
सातवें ओवर की पहली गेंद पर किशन ने लॉन्ग ऑफ से सिंगल लेकर टीम की जीत
पक्की कर दी।
मोहम्मद सीराज के 21 रन पर 6 विकेट स्टुअर्ट बिन्नी (4 रन पर 6 विकेट),
अनिल कुंबले (12 रन पर 6 विकेट) और जसप्रीत बुमराह (19 रन पर 6 विकेट) के
बाद किसी भारतीय गेंदबाज का चौथा सर्वश्रेष्ठ वनडे प्रदर्शन है।