पिछले दो मुकाबले 200 रनों के ज्यादा अंतर से जीतने के बाद भारत न्यूज़ीलैंड के सामने उतरा। खुद भारतीय खिलाड़ियों ने इसकी उम्मीद नहीं की होगी कि इस कदर कीवी टीम घुटने टेक देगी। न्यूज़ीलैंड के कप्तान आस्कर जैक्सन ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला किया। फार्म में चल रही भारतीय बल्लेबाजी ने एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रही। भारत की ओपनिंग साझेदारी मात्र 28 रनों तक ही चली। पिछले मैच के हीरो अर्शिन बस नौ के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद आए मुशीर खान ने आदर्श सिंह के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 77 रन जोड़े। आदर्श सिंह ने 58 गेंदों में 52 रनों की पारी खेली। आदर्श के बाद कप्तान उदय सहारण ने मुशीर खान का साथ निभाया और दोनों खिलाड़ियों ने तीसरे विकेट के लिए 87 रन जोड़ डाले। कप्तान 34 रन बनाकर वापस लौट गए लेकिन अभी भी क्रीज पर मुशीर खान जमे हुए थे। मुशीर ने आउट होने से पहले 131 रनों की पारी खेली और भारतीय टीम को 295 के मजबूत स्कोर पर पहुंचा दिया। एक बार फिर स्लॉग ओवरों में भारतीय खिलाड़ी ज्यादा रन नहीं बटोर पाए लेकिन फिर भी गेंदबाजों को अपना जलवा बिखेरने के लिए 295 रन इस विकेट पर बहुत थे। मुशीर की यह पिछली तीन पारियों में दूसरी सेंचुरी है।
लक्ष्य बड़ा था लेकिन कीवियों से यह उम्मीद तो थी कि वो लड़कर हारेंगे। दूसरी पारी की पहली ही गेंद पर राज लिम्बानी ने ओपनर टॉम जोंस को बोल्ड कर दिया। इसी ओवर की पांचवी गेंद में लिम्बानी ने कीवी बल्लेबाज स्नेहित रेड्डी को भी एलबीडब्ल्यू पर फंसा लिया। पहले ओवर में दो विकेट खो चुकी न्यूज़ीलैंड फिर संभल न पाई। एक के बाद एक विकेट गिरते गए और 28.1 ओवर में 81 रनों पर पूरी टीम ढ़ेर। इससे बेहतर तो भारत के खिलाफ यूएसए ने खेला था। मैच वह हार गई लेकिन पूरे 50 ओवर खेलकर। भारत की तरफ से राज लिम्बानी और मुशीर खान को दो-दो विकेट वहीं सौम्य पांडेय ने फिर अपनी फिरकी का जादू दिखाते हुए चार कीवियों को वापस पवेलियन भेजा। भारत की यह लगातार चौथी जीत है। चारो मैच इस युवा टीम ने एकतरफा जीते हैं।