इस वर्ल्ड कप के पहले मैच के बाद न्यूज़ीलैंड की टीम सबसे ज्यादा संतुलित लग रही थी। केन विलियम्सन और टिम साउदी की गैर मौजूदगी में न्यूज़ीलैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार चार मुकाबले जीत लिए थे लेकिन एक बार फिर से कीवी खेमें में इंजरी ने दस्तक दी और टीम के मुख्य तेज गेंदबाज मैट हेनरी इंजरी के चलते पूरे वर्ल्ड कप से बाहर हो गए। मुख्य खिलाड़ियों की कमी और इंजरी के बीच यह टीम अच्छी शुरुआत के बाद लगातार चार मुकाबले हार गई और अब केन विलियम्सन की टीम को अपने आखिरी लीग मैच में श्रीलंका से जीत ही बिना किसी रुकावट के अंतिम चार का टिकट दे सकती है।
ऐसे में सामने श्रीलंका है और न्यूज़ीलैंड को एक यूनिट की तरह गेम खेलना होगा खासकर पटरी से उतर चुकी उनकीगेंदबाजी को कमाल करना होगा तभी वह मैच जीत सकते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ यह टीम 401 रन बनाकर भी मैच नहीं जीत पाती है। बेशक, बारिश के चलते मैच का रिजल्ट डकवर्थ लुइस से निकला जिसमें पाकिस्तान जीत गया लेकिन फख्र जमान के सामने कीवी गेंदबाज बेबस नजर आ रहे थे। श्रीलंका के खिलाफ बोल्ट और साउदी के साथ फर्ग्यूसन के खेलने की पूरी उम्मीद है। पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में फर्ग्यूसन नहीं खेले थे जिसकी वजह से ईश सोढी को जगह मिली और यह स्पिनर बहुत महंगा साबित हुआ था। फर्ग्यूसन के वापस आने से बोल्ट और साउदी को वह स्पीड मिलेगी जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ नहीं मिली थी।
बोल्ट पॉवरप्ले में विकेट चटका कर न्यूज़ीलैंड को बढ़त दिलाते थे लेकिन पिछले कुछ मैचों से वह रंग में नहीं दिखे हैं। इस वर्ल्ड कप में आठ मैच खेलते हुए बोल्ट ने 10 विकेट हासिल किए है जिसमें उनका इकॉनामी 5.36 रहा है जो वाकई में बेहतर है लेकिन बोल्ट को पिछले कुछ मैचों की असफलता को यहां विकेटों में तब्दील करना होगा। साउदी वर्ल्ड कप में इंजरी के चलते देरी से शामिल हुए लेकिन यह खिलाड़ी अपने अनुभव से न्यूज़ीलैंड के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ होता रहा है। इस तिकड़ी के तीसरे तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन ने इस वर्ल्ड कप में पांच मैच खेलते हुए 5.58 की इकॉनामी से आठ विकेट हासिल किए हैं।