~प्राची कपरुवाण
पूर्व भारतीय कप्तान मंसूर अली खान पटौदी की बेटी और अभिनेत्री सोहा अली खान गुरुवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) गई, जहां एक समय उनके पिता की बहुत सी यादें जुड़ी हुई थीं। इस मैदान पर वह 1967 में खेले थे, जहां उन्होंने पहली पारी में 75 और दूसरी पारी में 85 रन की पारी खेली थी मगर इसके बावजूद भारत वह मैच हार गया था।
इस मैदान पर सोहा अली खान और उनके पति अभिनेता कुणाल खेमू का बहुत अच्छे से स्वागत किया। मंसूर अली खान पटौदी का जन्म पांच जनवरी 1941 मे हुआ था। उन्हें महज 21 की उम्र में भारतीय टीम का कप्तान बना दिया गया था और वह भारत के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। पटौदी को उनके समय का सबसे अच्छा फील्डर भी कहा जाता था। उन्होंने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ 1961 में की थी और आखिरी मैच वेस्टइंडीज़ के खिलाफ मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में 1975 में खेला था। उन्होंने 46 टेस्ट मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 2793 रन बनाए। उन्होंने 34.91 के औसत से छह सेंचुरी और 16 हाफ-सेंचुरी लगाई थी।
1967 से 1978 में मेलबर्न में खेले जा रहे भारत और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट मैच में बादल छा गए थे ऐसी स्थिति में क्रिकेट के नवाब कहे जाने वाले मंसूर अलि खान ने आगे बढ़कर टीम को मैच में आगे बढ़ने की दिशा दिखाई। 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में उन्होंने दूसरी पारी में 203 रन की नॉटआउट पारी खेली। मंसूर अली खान के पिता इफ्तिखार अली खान भी बेहतरीन क्रिकेटर थे जो इंग्लैंड के लिए भी खेले और भारत के लिए भी।