मिचेल स्टार्क ने आस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में 350 विकेट चटका लिए हैं। वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे गाबा टेस्ट में अलिक अथानजे को आउट करते ही स्टार्क ने यह मुकाम हासिल कर लिया है। ऐसा करने वाले वह पांचवें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज हैं। इसके अलावा ग्लेन मैक्ग्रा और डेनिस लिली के बाद तीसरे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज भी बनें है। 2011 से अपने करियर की शुरुआत करने वाले स्टार्क अभी तक 87 मुकाबले खेल चुके हैं। बाएं हाथ का यह गेंदबाज पैट कमिंस और जोश हैजलवुड के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजी की एक सफल तिकड़ी बनाता है।
बड़े मैचों के हीरो हैं स्टार्क
बाएं हाथ का यह गेंदबाज तीनों फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए मैच विनर साबित हुए है। हाल-फिलहाल के वर्षो में वह जरूर कई दफा महंगे रहे हैं लेकिन बड़े मैचों में अपना प्रभाव छोड़ने में अगुआ की भूमिका निभाई है। डब्ल्यूटीसी फाइनल में विराट की अहम विकेट चटकाई और दूसरी पारी में बल्ले से भी 41 रनों का ताबड़तोड़ योगदान दिया था। इस फाइनल के कुछ महीनों बाद जब दोनों टीमें वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में टकराई तो वहां भी स्टार्क ने केएल राहुल और श्रेयस अय्यर को पवेलियन वापस भेज भारतीय टीम को एक साधारण स्कोर में रोकने पर विशेष भूमिका निभाई थी।
टेस्ट के प्रति समर्पण
कमिंस और हैजलवुड जैसे बेहतरीन गेंदबाजों के साथ पिछले दस वर्षों से विकेट साझा करते हुए 350 तक पहुंचना एक अपने आप में बड़ी बात है। स्टार्क का औसत पिछले कुछ वर्षों में उनके साथी गेंदबाजों से कम हुआ है लेकिन दूसरे छोर से दबाव बनाने में और टीम के लिए परेशानी का सबब बनीं कोई साझेदारी तोड़ने में स्टार्क लगातार अपनी उपयोगिता साबित कर रहे हैं। वह कई दफा यह कह चुके हैं कि उनका लक्ष्य कम से कम 100 टेस्ट खेलना हैं। 100 टेस्ट मुकाबले खेलना आज के क्रिकेट युग में जहां टी-20 लीगों की भरमार है और फ्रेंचाईजी क्रिकेट से मिलने वाली मोटा पैसा हर खिलाड़ी को आकर्षित कर रहा है एक खिलाड़ी का टेस्ट क्रिकेट के लिए ऐसा समर्पण काबिलेतारीफ है। अपने फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए वह कई साल से आइपीएल से भी दूर रहे।
33 वर्षीय इस गेंदबाज के पास अभी भी कुछ साल बचे हुए हैं और इस दौरान उनकी नज़र और नए कीर्तिमान पर होंगी। स्टार्क के नाम फिलहाल, 87 मैचों में 27 की औसत से 351 विकेट दर्ज हैं।