
राजकोट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया तीसरा और अंतिम वनडे मैच बेशक वर्ल्ड कप से पहले की आखिरी रिहर्सल हो लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने साबित कर दिया कि उसके वर्ल्ड कप के दावे को लगातार पांच मैच हारने के बावजूद खारिज नहीं किया जा सकता। ऑस्ट्रेलिया ने दिखा दिया कि आखिर क्यों उसकी गणना पेशेवर टीम के रूप में की जाती है।
ऑस्ट्रेलिया ही है जो पांच बार वर्ल्ड कप का खिताब जीत चुकी है। यहां पांच मैच हारने के बाद उसने मैच जीता और जिसने उसके टॉप ऑर्डर की बल्लेबाज़ी को देखा, वह उसका कायल हो गया। क्या वॉर्नर और क्या मिचेल मार्श, दोनों ने अपनी शानदार बल्लेबाज़ी से सबका दिल जीत लिया। इतना ही नहीं, वॉर्नर ने लगातार तीसरी हाफ सेंचुरी लगाकर अपनी अच्छी फॉर्म का परिचय दिया। चिंता इस बात को थी कि इन दोनों बल्लेबाज़ों ने भारत के दो फ्रंटलाइन गेंदबाज़ों – जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सीराज को नई गेंद से बेअसर साबित कर दिया। वॉर्नर ने सीराज के एक ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाकर जहां टीम इंडिया को बड़ा आघात पहुंचाया तो वहीं प्रसिद्ध कृष्णा के एक ओवर में तीन चौके और एक छक्का लगाकर अपने दबदबे का इज़हार किया। इसी तरह मिचेल मार्श ने बुमराह को खास तौर पर निशाना बनाया। उनके एक ओवर में दो चौके और एक छक्का और फिर एक अन्य ओवर में तीन चौके और एक छक्का लगाकर हमारे मुख्य स्ट्राइक गेंदबाज़ की कलई खोल दी। वह बात अलग है कि बाद में बुमराह ने दूसरे और तीसरे स्पेल में खासकर अपनी स्लोवर गेंदों से एलेक्स कैरी और लैबुशेन के विकेट चटकाए और मैक्सवेल को सटीक यॉर्कर पर बोल्ड कर दिया। सीराज ने भी स्मिथ को एक सीधी बॉल पर आउट किया जिस पर स्मिथ फ्लिक लगाने से चूक गए। प्रसिद्ध कृष्णा ने वॉर्नर को ऐसी ही धीमी गेंद पर विकेट के पीछे राहुल के हाथों कैच कराया। फिर कुलदीप यादव ने मिचेल मार्श को गुगली के जाल में फंसाया और ग्रीन को सामने खेलने के लिए विवश करके उन्हें पविलियन भेजा।
इस ऑस्ट्रेलिया टीम में ज़्यादातर वह खिलाड़ी थे, जिन्हें इस वर्ल्ड कप की टीम में चुना गया है। तीनों तेज़ फ्रंटलाइन गेंदबाज़ों का लम्बे समय बाद एक साथ खेलने का मतलब यही था कि भारतीय बल्लेबाज़ों को इनके सामने पर्याप्त अभ्यास मिला। यही स्टार्क भारत के खिलाफ पिछली सीरीज में खूब चमके थे, जहां उन्होंने विशाखापत्तनम और मुम्बई में ज़बर्दस्त कहर बरपाया था। तब दोनों मौकों पर उन्होंने शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव को आउट किया। विराट, रोहित और राहुल के भी एक-एक बार विकेट चटकाए। स्मिथ भी अरसे से फिट नहीं थे लेकिन इस सीरीज़ के दूसरे मैच में अच्छी शुरुआत के बावजूद उसे वह हाफ सेंचुरी तक नहीं पहुंचा पाए लेकिन राजकोट में उन्होंने अपने पांच हज़ार रन पूरे किए, वहीं हाफ सेंचुरी लगाकर वर्ल्ड कप से पहले अपनी अच्छी फॉर्म का परिचय भी दिया।