~सुहानी गुप्ता
शतरंज की दुनिया में मंगलवार को इतिहास रचा गया। महज़ 18 साल के बच्चे
रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने एक और जीत दर्ज करते हुए चीन के वर्तमान विश्व
चैम्पियन डिंग लिरेन को टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के चौथे दौर के
मुकाबले में हरा दिया। इस तरह प्रज्ञानंद भारत के सर्वाधिक रेटिंग वाले
खिलाड़ी बन गए। इतना ही नहीं, उन्होंने इस जीत के साथ शीर्ष रेटेड
ग्रांडमास्टर विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़कर भारत के शतरंज खिलाड़ियों के
बीच नंबर एक स्थान हासिल करके सुर्खियां बटोरीं।
इस प्रभावशाली जीत की बदौलत प्रज्ञानंद पांच बार के विश्व चैंपियन
विश्वनाथन आनंद से रेटिंग अंकों के मामले में आगे निकल गए। फीडे लाइव
रेटिंग में 18 वर्षीय प्रगनानंद के 2748.3 अंक हैं जबकि पांच बार के
विश्व चैम्पियन आनंद के 2748 अंक हैं। इन अंको से वह शीर्ष रैंक वाले
शतरंज खिलाड़ी बन गए।
यह अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि शतरंज की लीजेंड विश्वनाथन
आनंद को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल करना काबिलेतारीफ प्रदर्शन कहा जाएगा।
आनंद के बाद क्लासिकल शतरंज में मौजूदा विश्व चैंपियन को हराने वाले वह
दूसरे भारतीय बन गए हैं। 18 वर्षीय खिलाड़ी ने मौजूदा चैम्पियन को काले
मोहरों से 62 चालों से हरा कर जीत दर्ज की।
प्रज्ञानंद भारत के शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ी माने जाते हैं। चेन्नई
में जन्मे इस खिलाड़ी ने पांच साल की उम्र से ही खेलना शुरू कर दिया था
और 10 की उम्र में ही इंटरनेशनल मास्टर बन गए। ऐसा करने वाले वह उस समय
सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे। वहीं 12 साल की उम्र में वह ग्रैंडमास्टर
बने।
प्रज्ञानंद ने डिंग लिरेन को हराकर पहली जीत हासिल की। इससे पहले इन
ग्रैंडमास्टर ने 2024 में टाटा स्टील शतरंज प्रतियोगिता में तीन ड्रॉ का
दावा किया था। इन्होने 2023 टाटा स्टील टूर्नामेंट में लिरेन को भी हराया
था। डिंग तब वर्ल्ड नंबर दो पर थे। प्रज्ञानंद ने इस साल यह ऐतिहासिक जीत
हासिल की। उन्होंने अपनी जीत की ख़ुशी मनाते हुए सरकार के समर्थन के लिए
आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि वह खुशनसीब है क्योंकि उन्हें सरकार
का समर्थन मिला। अन्य देशों में खिलाड़ियों को समर्थन नहीं मिलता और वह
बहुत खुश हैं कि शतरंज की लोकप्रियता बढ़ रही है।