रिकी पॉन्टिंग, जो रूट और डेविड वॉर्नर…ये हैं वे तीन खिलाड़ी, जिन्होंने अपने सौवें टेस्ट को यादगार बना दिया। पॉन्टिंग ने जहां साउथ अफ्रीका के खिलाफ दोनों पारियों में सेंचुरी बनाई, वहीं जो रूट ने भारत के खिलाफ और डेविड वॉर्नर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ डबल सेंचुरी बनाई। मुथैया मुरलीधरन ने सौवें टेस्ट में नौ विकेट हासिल किए, वहीं शेन वॉर्न ने आठ और अनिल कुम्बले ने सात विकेट चटकाए। ज़ाहिर है कि रविचंद्रन अश्विन के लिए धर्मशाला टेस्ट में बड़ी चुनौतिया रहेंगी और वह भी अपने सौवें टेस्ट को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
आज तक किसी भी भारतीय ने अपने सौवें टेस्ट में सेंचुरी नहीं बनाई जबकि इंग्लैंड के कोलिन काउड्रे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, पाकिस्तान के जावेद मियांदाद और इंजमाम उल हक ने भारत के खिलाफ, वेस्टइंडीज़ के ओपनिंग बल्लेबाज़ गोर्डन ग्रीनिज ने इंग्लैंड के खिलाफ, इंग्लैंड के एलेक स्टीवर्ट ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ, साउथ अफ्रीकी कप्तान ग्रेम स्मिथ ने इंग्लैंड के खिलाफ, साउथ अफ्रीका के ही हाशिम अमला ने श्रीलंका के खिलाफ सेंचुरी बनाने का कमाल किया।
भारतीय खिलाड़ियों में सौवें टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कपिलदेव का रहा जिन्होंने 1989 के कराची टेस्ट में दोनों पारियों में चार-चार विकेट हासिल किए और पहली पारी में आठवें नम्बर पर बल्लेबाज़ी करते हुए 50 गेंदों पर 55 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। कुम्बले, लक्ष्मण, विराट, पुजारा और ईशांत शर्मा के लिए राहत इस बात की थी कि इन्होंने अपने सौवें टेस्ट में सेंचुरी बनाई जबकि वेंगसरकर, द्रविड़, सौरभ और सहवाग को अपने यादगार टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा।
गावसकर ने पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में अपने सौवें टेस्ट में 48 और 37 रन की पारियां खेलीं जबकि वेंगसरकर ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 25 और शून्य का स्कोर बनाया। सचिन तेंडुलकर ने इंग्लैंड के खिलाफ 54 रन बनाए। द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ 52 और 9 रन जबकि सौरभ गांगुली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 43 और 40 रन बनाए। लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 64 और 4 जबकि सहवाग ने इंग्लैंड के खिलाफ दोनों पारियों में 39 रन बनाए। ईशांत शर्मा को इंग्लैड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में बहुत कम गेंदबाज़ी मिली। इसके बावजूद वह एक विकेट लेने में सफल रहे। विराट ने श्रीलंका के खिलाफ 45 रन की पारी खेली जबकि पुजारा नाथन लॉयन की गेंद पर शून्य पर आउट हुए लेकिन दूसरी पारी में वह 31 रन बनाकर नॉटआउट रहे और उन्होंने विनिंग स्कोर भी बनाया।
अब रविचंद्रन अश्विन और जॉनी बेयरस्टो के लिए इम्तिहान की घड़ी है। ये दोनों अपने सौवें टेस्ट को कितना यादगार बना पाते हैं, देखना दिलचस्प होगा।