बीसीसीआई ने ऋषभ पंत के विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है। ऋषभ पंत दिसम्बर में सड़क दुर्घटना के बाद से फील्ड से दूर हैं। घुटने की तीन सतह के लिगामेंट की सर्जरी के बाद वह अब पहले से काफी राहत महसूस कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्हें आईपीएल में अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के डगआउट में देखा गया और उससे पहले वह एनसीए में जाकर हल्के-फुल्के रीहैब करते देखे गए।
अब सवाल यह है कि आखिर पंत के बिना टीम इंडिया के पास तीनों फॉर्मेट में विकल्प क्या हैं। पंत तीनों फॉर्मेट खेला करते थे और टेस्ट क्रिकेट में वह दुनिया के सबसे बड़े मैच विनर में से एक रहे हैं। सात जून से ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला जाना है। उसके लिए कौन होगा टीम इंडिया का विकेटकीपर, यही वड़ा सवाल है। वैसे केएल राहुल को बीसीसीआई विकेटकीपिंग के लिए बोल चुकी है। तभी वह क्विंटन डिकॉक के होते हुए खुद लखनऊ सुपर जाएंट्स की कीपिंग कर रहे हैं। यहां तक कि डिकॉक को अभी तक प्लेइंग इलेवन में जगह भी नहीं दी गई है।
वैसे केएल राहुल ने 52 वनडे मुक़ाबलों में 16 में बतौर विकेटकीपर भूमिका निभाई है। सच तो यह है कि वह हाल में बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया के विकेटकीपर केएस भरत से बेहतर विकेटकीपिंग कर रहे हैं। हालांकि अपनी बल्लेबाज़ी के लिए सुर्खियों में रहे राहुल को इसी सीरीज़ के पहले दो टेस्ट के बाद टीम से अपनी जगह गंवानी पड़ी थी। मगर अब बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज़ उन पर बड़ी ज़िम्मेदारी डाली जा सकती है। इससे टीम इंडिया को एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ भी मुहैया हो सकेगा। ठीक उसी तरह जैसे 2003 के वर्ल्ड कप में राहुल द्रविड़ के विकेटकीपिंग करने से हुआ था। खबर तो यहां तक है कि वह नेट्स पर रेड बॉल के साथ कीपिंग का भी अभ्यास करने के लिए वक्त निकाल लेते हैं। टेस्ट में दूसरे स्टैंडबाई विकेटकीपर के रूप में विकल्पों की कमी की वजह से ईशान किशन अथवा केएस भरत में से किसी एक को ओवल टेस्ट के 17 खिलाड़ियों की टीम में शामिल किया जा सकता है। बाकी संजू सैमसन को 2024 के टी-20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए ही सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया गया है। सीमित ओवरों के क्रिकेट में उन्होंने अपने दमदार शॉट्स से प्रभावित किया है। इसके अलावा टी20 क्रिकेट में जीतेश शर्मा सहित कुछ युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ों पर भी चयनकर्ता नज़र बनाए हुए हैं।