2015 के वनडे वर्ल्ड कप से लेकर अभी तक कई टीमों का बॉलिंग आक्रामण बदल चुका है। भारतीय टीम भी भुवनेश्वर कुमार,उमेश यादव और ईशांत शर्मा से आगे बढ़ चुकी है। साउथ अफ्रीका में भी स्टेन, मोर्कल और फिलेंडर की तिकड़ी रिटायर हो चुकी है। इंग्लैंड में भी ब्रॉड और एंडरसन की जोड़ी टूट चुकी है लेकिन ऑस्ट्रेलिया में अभी भी वह तिकड़ी कायम है जो 2015 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान मौजूद थीः पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हैजलवुड। यह तिकड़ी ऑस्ट्रेलिया की कई टूर्नामेंट जीत का सूत्रधार रही है। 2015 वर्ल्ड कप जीत से अभी 2023 में समाप्त हुए वर्ल्ड कप जीत में कमिंस, स्टार्क और हैजलवुड का प्रदर्शन लाजवाब रहा है। ये तीनों गेंदबाज इसलिए भी खास हैं कि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में ये चमके हैं। 2021 टी-20 वर्ल्ड कप हो या 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप वनडे के अलावा टेस्ट और टी-20 में भी अपनी उपयोगिता साबित की है।
समय के साथ- साथ इन तीनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव आए हैं। स्टार्क अब तीनों फॉर्मेट में महंगे साबित हो रहे हैं लेकिन जब बात बड़े मैचों पर प्रदर्शन पर आए तो यह स्पीडगन चूकता नहीं है। 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में विराट कोहली का विकेट लेना हो या 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में रिवर्स स्विंग से केएल राहुल और श्रेयस अय्यर को वापस पवेलियन भेजना हो, जरूरत के वक्त स्टार्क ऑस्ट्रेलिया को मैच में वापसी कराते हैं।
स्टार्क के बाद आगें बढ़े तो वर्तमान टीम के कप्तान पैट कमिंस के भी वनडे और टी-20 के प्रदर्शन पर सवाल उठे हैं। खुद कमिंस ने भी माना कि वह अभी वनडे कोड क्रैक नहीं कर पाएं है लेकिन कुछ दिनों पहले फाइनल में जिस तरह से उन्होंने फाइनल में अपनी गेम बदली वह गिरगिट को भी टक्कर दे गए। फाइनल में भारत की बड़ी उम्मीद विराट को आउट कर लाख दर्शकों के बीच सन्नाटा पसार दिया था।