~हर्ष राज
ऑस्ट्रेलिया के साथ पिछले दिनों हुए मुकाबले में अफगानिस्तान के गेंदबाजों को कठिन चुनौतियो का सामना करना पड़ा, जिसका फायदा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजो ने खूब उठाया।
अफगानिस्तान के गेंदबाज क्यो हुए फेल?
अफगानी गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा। हालांकि शूरुआत में गेंदबाजों को सफलताएं मिलीं लेकिन उसके बाद ऑस्ट्रलिया के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों ने अफगानी गेंदबाजों की अच्छी क्लास ली। अफगानिस्तान टीम जो अपनी स्पिन गेंदबाजी की क्षमताओ के लिए जानी जाती है, उस वक्त वानखेड़े के पिच पर खेल रही थी, जो अफगानी गेंदबाजी के लिए अनुकूल नही थी। जिसका ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जमकर फायदा उठाया। वानखेड़े की पिच में पेस और स्विंग को मदद मिलती है। अफगानिस्तान इन दोनों क्षेत्रों में पिछड़ गई, जिसका खमियाजा अफगानी टीम को भुगतना पड़ा।
फील्डिंग में भी हुई चूक
फील्डिंग भी अफगानिस्तान टीम के लिए एक मुश्किल काम साबित हुआ, जब ग्लेन मैक्सवेल 33 रनो के स्कोर पर खेल रहे थे। उस वक्त नूर अहमद की गेंद पर मुजीब उर रहमान से कैच छूट गया था। इसके बाद अम्पायर ने उन्हे एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया लेकिन किस्मत ने मैक्सवेल का साथ दिया और रिव्यू लेने के बाद मैक्सवेल बच गए। इस तरह से मुजीब का कैच छोड़ना अफगानी टीम को काफी भारी पड़ा। ग्लेन मैक्सवेल ने अकेले अपने दम पर ऑस्ट्रेलिया को हारा हुआ मैच जिता दिया।
कप्तान शाहिदी ने अपनी टीम के बारे में क्या कहा?
शाहिदी ने कहा की यह बहुत निराशाजनक मुकाबला रहा। हमारे लिए यह मैच अविश्वसनीय था, जहा हम जीता हुआ मैच हार गए। हमारे गेंदबाजों ने टीम के लिए अच्छी गेंदबाजी की लेकिन हमारे हाथ से छूटे मौके की वजह से हमे बहुत नुकसान झेलना पड़ा और मैक्सवेल ने इसका जमकर फायदा उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि वह छूटा हुआ कैच ऑस्ट्रेलिया के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ जिसके बाद मैक्सवेल ने हमारे किसी भी गेंदबाजों को नही छोड़ा और उन्होने हर तरफ शॉट खेले।
मैच के बाद टीम के सदस्यो और कोचिंग स्टाफ ने अपनी गलती को स्वीकार किया और समान रूप से टीम की वापसी करने की क्षमता पर भरोसा दिलाया और मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ गलतियों से सीखने के महत्व पर जोर दिया। फिलहाल अफगानिस्तान का अगला मुकाबला साउथ अफ्रीका के साथ है जो दस नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।