नई दिल्ली : स्पोर्ट इंडिया एक्सपो भारत मंडपम में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी ने खेलों के विकास के लिए अपने राज्य में किए उल्लेखनीय कार्यों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से बातचीत की। तीन दिन का मेगा एक्सपो 10 हज़ार वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है और पिछले दो दिनों में खेल कल्याण, खेल विश्वविद्यालयों, खेल महासंघ, स्वास्थ्य और फिटनेस उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों से 15 हज़ार खेल प्रेमियों ने इनका लुत्फ उठाया।
मध्य प्रदेश के खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने भारत में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए जमीनी स्तर के खेल विकास के महत्व और सरकारी निकायों, शैक्षणिक संस्थानों और निजी संगठनों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। युथ अफ़्फ़ैर्स और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने डिजिटल मोड पर मुख्य भाषण देते हुए कहा कि इस तरह की खेल प्रदर्शनियां भारत में खेल उद्योग को और आगे बढ़ने में मदद करती हैं। सरकार एथलीटों और खिलाड़ियों को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
मिजोरम के खेल मंत्री लालनघिंगलोवा ने कहा कि आज उनके राज्य से 192 खिलाड़ी आई लीग और आईएसएल में खेल रहे हैं। बदलापुर, जौनपुर के विधायक रमेश चंद्र मिश्रा, डॉ. ए. के. बंसल, हॉकी के द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता और एडीजी अमित सिन्हा, आईपीएस, विशेष प्रमुख सचिव (खेल), खेल विभाग, उत्तराखंड सरकार ने भी खेल प्रशासन और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेल कार्यक्रमों को लागू करने में आने वाली चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
स्पोर्ट इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक स्वदेश कुमार के अनुसार, स्पोर्ट इंडिया के हर संस्करण में हमारा लक्ष्य दुनिया के सबसे बड़े खेल ब्रांडों और खेल उद्योग के साथ ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जोड़ना है। यह आयोजन दर्शकों के बड़े समूह के लिए उत्पाद और सेवाओं को प्रदर्शित करने का ज़रिया बना। पीईएफआई के राष्ट्रीय सचिव डॉ. पीयूष जैन ने भारत में खेल और शारीरिक शिक्षा को आगे बढ़ाने में सभी उपस्थित लोगों और प्रतिभागियों के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।