पारखी
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन चाहते हैं कि मिचेल मार्श और उनकी टीम अपने अंतिम ग्रुप में स्कॉटलैंड के खिलाफ कुछ ऐसा करे जिससे इंग्लैंड की टीम टी 20 वर्ल्ड कप से बाहर हो सके। बारिश के कारण एक मैच रद्द होने और ऑस्ट्रेलिया से बुरी तरह हार के बाद इंग्लैंड की हालत इस वक्त खराब है यानी उसके लिए सुपर 8 में जगह बनाना मुश्किल हो गया है।
टिम पेन ने कहा कि `इस बारे में उन्हें हेरफेर करना चाहिए। मैंने कुछ दिनों में इस बारे में बात की है। मै पूरी तरह गंभीर हूं।` ग्रुप-बी में इंग्लैंड एक अंक और माइनस 1.800 के रन रेट से चौथे स्थान पर है। उसके अभी दो और मैच बचे हैं। भले ही वह दोनों मैच जीत ले लेकिन स्कॉटलैंड उससे अभी चार अंक आगे हैं। अभी उसे यह दुआ करनी होगी कि स्कॉटलैंड अपना मैच हारे और इंग्लैंड अपने दोनों मैच अच्छे अंतर से जीते। कहीं स्कॉटलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर उलटफेर कर दिया या फिर ऑस्ट्रेलिया उससे जानबूझकर हार जाए तो इंग्लैंड को बोरिया-बिस्तर बंद हो जाएगा।
पेन ने कहा कि स्कॉटलैंड के रनरेट तक पहुंचने के लिए इंग्लैंड को अपने दोनों मैच करीब 50 रन से जीतने होंगे। हैजलवुड ने नार्थ साउंड में नामीबिया पर नौ विकेट की बड़ी जीत के बाद कहा कि बाकी बचे मुकाबलों में टीम के रवैये में कोई बदलाव नहीं आएगा।
वहीं हम आपको याद दिला दें कि टीम इंडिया पर भी जानबूझकर मैच हारने के आरोप लग चुके हैं। 2019 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने दावा किया था कि इस वर्ल्ड कप में भारत इंग्लैंड से जानबूझकर हारा था जिससे पाकिस्तान आगे न बढ़ पाए। उनके इस बयान के बाद क्रिकेट फैंस ने उन्हें ट्रोल किया और उन्हें क्रेजी तक कहा। साथ ही कुछ यूजर ने उनके करियर पर भी सवाल उठाया था।
अब सवाल यह उठता है कि अगर कोई टीम अच्छा खेलकर आगे तक आई है तो क्या उसे यह अधिकार नहीं होना चाहिए कि वह जैसा चाहे, वैसा फैसला करे। वहीं दूसरा मत खेल भावना को लेकर है। आईसीसी दूसरे तर्क को ही अहमियत देता है। आपके ख्याल से क्या सही है। अपनी राय इस बारे में ज़रूर दें।