विश्व कप शुरु होने में अब दो हफ्तों से भी कम समय बचा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया 8 अक्टूबर को चेन्नई में अपने वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत करने के लिए आमने-सामने होंगी लेकिन इससे पहले दोनों टीमे 22 सितम्बर से शुरु हो रही तीन मैचों की सीरीज खेलने जा रही है। 22 से 27 सितंबर के बीच छह दिनों में तीन वनडे मैच होंगे, जो तैयारियों को दुरुस्त करने के लिए उपयोगी होंगे।
ऑस्ट्रेलिया के कई प्रमुख खिलाड़ी इंजरी से वापसी कर रहे हैं जिनके लिए यह सीरीज वर्ल्ड कप से पहले अपनी मैच प्रैक्टिस के लिए एक बेहतरीन मौका होगा। दोनो देशो के सामने किसी भी अंतिम क्षण की इंजरी से बचने की चुनौती भी होगी। आस्ट्रेलिया अपनी प्लेइंग 11 को लेकर असमंजस में है जिसे वह जरूर इस सीरीज के दौरान सुलझाना चाहेगा।
ट्रैविस हैड की इंजरी ने टीम के संयोजन को बदलने पर मजबूर कर दिया है लेकिन कप्तान पैट कमिंस और स्टीवन स्मिथ की वापसी ने उनकी चितांओ को कुछ हद तक कम किया है। स्मिथ और पैट कमिंस संभवतः सभी तीन मैच खेलेगें फिर भी ग्लेन मैक्सवेल और मिचेल स्टार्क की पहले मैच से गैर-मौजूदगी टीम संयोजन को और मुश्किल बनाएगी। एडम जैम्पा को छोड़ दें तो आस्ट्रलिया के पास भारतीय सरजमीं के लिए क्वालिटी स्पिनर की भी कमी है। दूसरे स्पिनर तनवीर सांघा का मूल्यांकन भी इस सीरीज में होगा और तेज गेंदबाजों के सामने वर्ल्ड कप से पहले लय में आने की चुनौती होगी। बल्लेबाज मार्नस लैबुशेन भी इस सीरीज के जरिए वर्ल्ड कप टीम में दस्तक देना चाहेंगे। साथ ही एक और नया नाम आस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया है मैट शॉर्ट के रुप में। जिन्हें हैड की जगह इस सीरीज में बुलाया गया है। मैट शार्ट सलामी बल्लेबाज है जो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के अलावा अच्छी ऑफ स्पिन भी कर सकते हैं। यह सीरीज एक अवसर होगा जो वर्ल्ड कप से पहले ऑस्टेलियाई बल्लेबाजों को भारतीय उपमहाद्वीप की परिस्थितयों से तालमेल बैठाने के लिए मददगार होगा।
भारतीय खेमे में भी इस सीरीज को लेकर कुछ मायने हैं। भारत एशिया कप की जीत के बाद एक बार मैदान में वापसी कर रहा है, जहां उसने फाइनल में श्रीलंका को 50 रनों पर ढेर कर दिया था। भारत ने रोहित शर्मा, विराट कोहली, कुलदीप यादव और हार्दिक पंड्या को इस सीरीज के पहले दो मैचों में बाहर बैठाकर अपने कुछ बड़े नामों को आराम देने का फैसला किया है। सभी की नजरें आर अश्विन और वाशिंगटन सुंदर पर होंगी। दोनों खिलाड़ी वर्ल्ड कप की होड़ में हैं और गेंदबाजी में विविधता प्रदान के मद्देनजर इंजर्ड अक्षर पटेल की जगह ले सकते हैं। आने वाले तीन मैच श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव के लिए भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। दोनों खिलाड़ी इन तीन मैचों को ज्यादा से ज्यादा भुनाने की कोशिश करेगें। एशिया कप के दौरान अय्यर को पीठ में ऐंठन का सामना करना पड़ा और नतीजन यह खिलाड़ी कोई भी मैच नहीं खेला जबकि सूर्यकुमार सिर्फ एक बार खेले और बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने 34 गेंदों में 26 रन बनाए थे।