यह खबर टेस्ट खेलने वाले दुनिया भर के आला दर्जे के बल्लेबाज़ों को राहत दे सकती है कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने जा वाले हैं। सोशल मीडिया पर एंडरसन ने रिटायरमेंट का ऐलान किया। अब सबकी नज़रें दस जुलाई पर टिक गई हैं। इस दिन एंडरसन वेस्टइंडीज के खिलाफ लॉर्ड्स में अपना आखिरी टेस्ट खेलेंगे। इस साल 30 जुलाई को वे 42 साल के हो जाएंगे।
इंग्लैंड टीम के कोच मैकुलम से बातचीत के बाद एंडरसन ने ये फैसला लिया। दोनों ने लम्बे समय तक गोल्फ का लुत्फ उठाय़ा और फिर ये फैसला सुना दिया। उन्होंने अपने ब्रेक के दौरान ये फैसला लिया। वह इन दिनों काउंटी क्रिकेट भी नहीं खेल रहे हैं। वर्कलोड मैनेजमेंट ने उन्हें कुछ समय क्रिकेट से दूर रहने के लिए कहा है जिससे वह क्रिकेट से दूर हैं लेकिन उन्होंने क्रिकेट से जुड़े रहने के ज़रूर संकेत दिए हैं। वह अगले साल होने वाली ऐशेज सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम तैयार करना चाहते हैं।
एंडरसन ने लिखा है कि टीम को अलविदा बोलने और युवा खिलाड़ियों को मौका देने का यह सही समय है। उन्होंने इस मौके पर साथ खेले सभी खिलाड़ियों और कोचों के प्रति आभार व्यक्त किया।
एंडरसन सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) और ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न (708) के बाद तीसरे नम्बर पर हैं। उन्होंने इस साल भारत में 700 टेस्ट विकेट पूरे किए। 2003 में जिम्बाब्वे के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में उनका यह सफर शुरू हुआ था। उन्होंने कुल 187 टेस्ट खेले, जो किसी तेज़ गेंदबाज़ के लिए अविश्वसनीय माने जा सकते हैं। एंडरसन ने 26.53 के औसत से कुल 700 विकेट चटकाए। 32 मौकों पर उन्होंने पांच या उससे अधिक विकेट हासिल किए। उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों में सचिन का युग भी देखा और विराट का भी। इन दोनों खिलाड़ियों को उन्होंने खासा परेशान किया।
टीम इंडिया के 2014 के इंग्लैंड दौरे में विराट कोहली को एंडरसन ने खासकर अपनी आउटस्विंगर ने काफी परेशान किया। 2018 की सीरीज़ में विराट ने उन्हें अपना विकेट नहीं दिया। वहीं सचिन तेंडुलकर अपने पूरे टेस्ट करियर में जेम्स एंडरसन के हाथों कुल नौ बार आउट हुए। तेंडुलकर को सबसे ज़्यादा बार आउट करने का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम दर्ज है।