भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन एक बार फिर वर्ल्ड कप में दिखाई दे सकते हैं। वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया को 22 से 27 सितंबर तक तीन मैचों की एक वनडे सीरीज आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलनी है जिसके लिए टीम का ऐलान कर दिया गया है। टीम की घोषणा के समय जिस नाम ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं, वह थे ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन, जिनकी वापसी तकरीबन ड़ेढ साल से कुछ अधिक समय बाद वनडे टीम में हुई है।
एशिया कप से पहले खबरें आई थीं कि सेलेक्टर्स तमिलनाडु के इस खिलाड़ी को वर्ल्ड कप टीम में शामिल कर सकते हैं और वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए एशिया कप में भी उन्हें भेजा जा सकता है लेकिन एशिया कप के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने जब खिलाड़ियों के नाम बताए, तब अश्विन उस टीम में नहीं थे लेकिन फिर उसी प्रेस कान्फ्रेंस में संकेत दिए गए कि जो श्रीलंका नहीं जा रहे हैं उनके लिए वर्ल्ड कप के दरवाजे बंद नहीं हुए है। साथी ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को भी इस वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शामिल किया गया है और इससे पहले रविवार को श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप फाइनल भी खेले थे। भले ही बिना बल्लेबाजी या गेंदबाजी के उन्हें भारत लौटना पड़ा।
आर अश्विन का वर्ल्ड कप टीम में संभावित सेलेक्शन भारत के पक्ष में काम कर सकता है, यह देखते हुए कि विश्व कप में मेजबान टीम अपने कुछ मैच धीमी और स्पिन मददगार पिच पर खेलेगी। भारत अपने अभियान की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन के घरेलू मैदान चेन्नई में करेगा, जबकि लखनऊ (इंग्लैंड के खिलाफ), कोलकाता (साउथ अफ्रीका के खिलाफ) और दिल्ली में पिच स्पिन के अनुकूल मानी जाती है। दिल्ली में भारत को अफगानिस्तान से भिड़ना है। ऐसी विकेटों पर अश्विन का अनुभव, चालाकी और समझदारी अक्षर की तुलना में अधिक उपयोगी हो सकती है, जिनके हाल के दिनों में व्हाइट बॉल क्रिकेट में गेंद से आकड़े ज्यादा प्रभावी नहीं रहे हैं। निचले क्रम में बैटिंग के लिए अश्विन पर भी भरोसा किया जा सकता है, भले ही उन्हें वनडे में एक ऑलराउंडर नहीं माना है लेकिन इस तथ्य को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि अश्विन निचले क्रम में खासकर स्पिन गेंदबाजों के सामने बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। अश्विन का खब्बू बल्लेबाजों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन रहा है। सम्भव है कि उन्हें सुंदर पर तरजीह दी जाए।
आस्ट्रेलिया से सीरीज में खिलाड़ियों की वापसी और वर्ल्ड कप से पहले एक बार फिर टीम में बदलाव, यह दर्शाता है कि टीम प्रबंधन अभी भी चुनी गई टीम का मूल्यांकन कर रहा है और आवश्यक होने पर ही उस पर पुनर्विचार के लिए तैयार है।
रविचन्द्रन अश्विन ने 113 वनडे में 151 विकेट लिए हैं। आखिरी वनडे मैच उन्होंने जनवरी 2022 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। अश्विन के वनडे में इतने लंबे अंतराल पर रोहित शर्मा ने कहा कि भले ही वह वनडे काफी दिनों से नहीं खेले हैं लेकिन वह लगातार टेस्ट टीम का हिस्सा रहें हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार खेलने से फार्मेट बदलने पर
उन्हें परेशानी नहीं होगी। रविचन्द्रन अश्विन टेस्ट इतिहास में भारत के लिए सबसे बड़े मैच विनर में से एक माने जाते हैं लेकिन यह देखना होगा कि वह 12 साल बाद घर में होने वाले विश्व कप में जगह बनाते हैं या नहीं।