विराट कोहली अगर अपने रनों की वजह से चर्चा में रहें तो बात समझ में आती है लेकिन कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ मैच में वह दो विवादों की वजह से चर्चा का विषय बन गए हैं। दरअसल उनके आउट होने के साथ ही यह विवाद शुरू हो गया। एक्सपर्ट इस मामले में बंटे हुए हैं।
आरसीबी की पारी के तीसरे ओवर में हर्षित राणा ने विराट को एक फुल टॉस टॉस गेंद की। विराट इस गेंद पर गेंदबाज़ के ही हाथों लपक लिए गए। अपायर ने इस गेंद को नोबॉल न देकर उन्हें आउट करार दिया। इस पर विराट ने डीआरएस का इस्तेमाल किया लेकिन तीसरे अम्पायर भी फील्ड फील्ड अम्पायर के फैसले से सहमत थे जिससे विराट को जाना पड़ा।
दरअसल एक झलक में देखने पर तो यह गेंद कमर की ऊंचाई से ऊपर दिखती है। रिप्ले में गेंद ऊपर से नीचे आती दिखती है जबकि सच्चाई यह है कि विराट उस समय पॉपिंग क्रीज़ से बाहर निकल गए थे और गेंद नीचे की ओर आ रही थी। यदि वह क्रीज़ के अंदर होते तो यह गेंद उनके कंधे की ऊंचाई से ऊपर न आती। नतीज़तन विराट इस मामले में फील्ड अम्पायर से भिड़ गए। एक अन्य मामले में जब सैम करन को अम्पायर के फैसले से नाराज़गी ज़ाहिर करने के लिए जुर्माना लगाया गया तो फिर विराट को किस आधार पर छोड़ दिया गया। सेंटिमेंट्स अपनी जगह हैं लेकिन जब तीसरे अम्पायर ने टैक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बाद उन्हें आउट देने के फील्ड अम्पायर के फैसले को बहाल रखा तो विराट का अम्पायर से तर्क कुतर्क करना भी सही कदम नहीं कहा जा सकता लेकिन रेफरी ने विराट के इस कृत्य की अनदेखी की।
इसी तरह कुछ समय पहले हर्षित राणा ने जब मयंक अग्रवाल को आउट करने के बाद उन्हें घूरा और उन्हें चिढ़ाने के लिए फ्लाइंग किस की तो मैच रेफरी ने इसे आपत्तिजनक करार दिया जिससे उन पर जुर्माना लगाया गया।
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने आईपीएल से पहले ही सभी खिलाड़ियों की कमर का नाम ले लिया था। विराट के कमर की ऊंचाई ज़मीन से 1.04 मीटर थी। हॉक-आई बॉल ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी के अनुसार अगर विराट क्रीज पर सीधे बैटिंग पोजीशन में होते तो गेंद जमीन से 0.92 मीटर ऊंची होती लेकिन उनकी कमर की ऊंचाई 1.04 मीटर नामी गई थी। मतलब यह कि गेंद की ऊंचाई उनकी कमर से नीचे थी जबकि विराट तो पॉपिंग क्रीज़ के बाहर खड़े थे।