पारखी
पिछले कुछ वर्षों में विराट कोहली ने टी20 फॉर्मेट में अपनी शानदार बैटिंग से सभी को प्रभावित किया है और उनके अनुभव और स्किल्स से टीम इंडिया को हमेशा फायदा मिला हैं लेकिन वे इस टी20 वर्ल्ड कप के अपने पहले दो मैचों प्रभावित नहीं कर पाए। आयरलैंड के खिलाफ वह 5 गेंद पैर एक और पाकिस्तान के खिलाफ तीन गेंद पर चार 4 रन बनाकर आउट हुए, जहां कंडीशंस गेंदबाजों के अनुकूल थीं।
पिछले काफी समय से विरोधी टीमों ने कोहली के खिलाफ विशेष रणनीति तैयार की, जिससे उनकी कमजोरी को भुनाने का प्रयास किया गया। हर बल्लेबाज के करियर में उतार-चढ़ाव आता है। हालांकि पिछले दिनों आईपीएल में उन्होंने खासा प्रभावित किया था। इसे एक चांस भी कह सकते हैं। वह जानते हैं कि दबाव को कैसे संभालना है और किस प्रकार कंडीशंस के अनुसार खेलना है। तीसरे नंबर पर कोहली का अनुभव और स्थिरता टीम के लिए फायदेमंद साबित हुई है। वह संकट के समय में टीम को संभाल सकते हैं और एक मजबूत पारी खेल सकते हैं।
तीसरे नंबर पर उन्हें स्पिन और पेस दोनों का सामना करने का मौका मिलता है, जिससे वह बेहतर तरीके से रन बना सकते हैं। साथ ही उनकी गेम सेंस बहुत अच्छी है। वह परिस्थिति के अनुसार खेल सकते हैं और टीम को सही दिशा में ले जा सकते हैं। उनकी परफॉर्मेंस और अनुभव टीम को मजबूती देते हैं और उनकी क्षमता से टीम को हमेशा फायदा मिलता है। टी20 वर्ल्ड कप में कोहली की बल्लेबाजी का अंदाज और उनका प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। कोहली का पिछला रिकॉर्ड उनके फॉर्म में वापसी की संभावना को मजबूत करता है। उन्होंने कई बार अपने करियर में खराब दौर से निकलकर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। विराट कोहली के पिछले दो मैचों में खराब प्रदर्शन के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं, जैसे बॉलिंग कंडीशंस, मानसिक दबाव, और विरोधी टीमों की रणनीतियां। हालांकि, उनके अनुभव, तकनीक, और कठिन परिश्रम की बदौलत यह संभावना है कि वह आगामी मैचों में बड़े स्कोर बनाते दिखाई दें। टीम इंडिया को कोहली पर भरोसा है और प्रशंसकों को भी उम्मीद है कि वह जल्दी ही बड़े स्कोर बनाकर टीम को जीत दिलाने में मदद करेंगे। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के आगामी मैचों में कोहली की वापसी भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण होगी।