विराट कोहली ने सुनील गावसकर और संजय मांजरेकर को करारा जवाब दिया है। गुजरात टाइटंस के खिलाफ 44 गेंदों पर 70 रन की पारी खेलने के बाद उन्होंने प्रेज़ेंटशन सेरेमनी के समय अपने दिल की भड़ास निकाली। उन्होने कहा कि लोग मेरे स्ट्राइक रेट के पीछे पड़े हुए हैं। साथ ही मुझ पर स्पिन को अच्छे तरीके से न खेलने के भी आरोप लगाए गए हैं, जबकि टीम की जीत से बढ़कर कुछ नहीं है। विराट के लिए यह भी कहा जा रहा है कि उनके टी-20 क्रिकेट में गिरावट आई है। विराट का कहना है कि वह ऐसा नहीं मानते।
पहले बात करते हैं स्पिन को न खेल पाने के आरोपों की। विराट ने रविवार को गुजरात के खिलाफ स्पिनरों के सामने 34 गेंदों पर 179 के स्ट्राइक रेट से 61 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने राशिद खान की गुगली पर गेंदबाज़ के सिर के ऊपर से बाउंड्री लगाई जबकि लेफ्ट आर्म चाइनामैन नूर अहमद और साई किशोर जैसे धाकड़ स्पिनरों के सामने उन्होंने स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट्स खेलकर उन्हें अपने सामने टिकने ही नहीं दिया। बाकी मैचों में भी वह ऐसा कहीं नहीं लगा कि वह स्पिनरों के सामने फंस रहे हैं।
विराट ने कहा है कि उनकी आलोचना करने वाले वे लोग हैं जो बॉक्स में बैठकर कुछ भी बोलते हैं लेकिन उनके लिए अपनी टीम को जीत दिलाना ही सब कुछ है। ऐसा वह पिछले 15 साल से कर रहे हैं। विराट ने यह कहकर एक तरह से सुनील गावसकर पर ही निशाना साधा है कि ग्राउंड में खेलने और बॉक्स में बड़ी बातें करने में बहुत फर्क है।
दरअसल विराट पर आलोचनाओं में तेज़ी तब से हुई है जब उन्होंने आईपीएल इतिहास की सबसे धीमी सेंचुरी बनाई। इस खबर को उस समय और भी तूल दिया गया जब उसी मैच में जोस बटलर ने 58 गेंदों पर सेंचुरी बना डाली। जब एसआरएच के खिलाफ उन्होंने 43 गेंदों पर 51 रन की पारी खेली तो खासकर गावसकर ने उन्हें आड़े हाथों लिया। इस पारी में पॉवरप्ले तक तो विराट ने कुछ बाउंड्रियां लगाईं लेकिन सातवें से 15वें ओवर तक वह एक भी बाउंड्री नहीं लगा पाए।
आज विराट के पास ऑरेंज कैप है लेकिन एक सच यह भी है कि सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले दस बल्लेबाज़ों में उनका स्ट्राइक रेट सातवें नम्बर पर आता है। उनसे पीछे केवल साई सुदर्शन और केएल राहुल ही हैं। विराट का मानना है कि अगर दूसरे छोर पर रन बन रहे हैं तो वह भी टीम के स्कोर में जुड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में दूसरे छोर के बल्लेबाज़ की भूमिका काफी बढ़ जाती है। कभी फाफ डू प्लेसी तो कभी रजत पाटीदार और कभी विल जैक्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी की। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान आरोन फिंच भी इस मामले में विराट के साथ हैं। उनका मानना है कि विराट के पास क्रिकेट की अच्छी समझ है। टीम जीत रही है तो फिर स्ट्राइक रेट जैसा मसला उठना ही नहीं चाहिए। गौरतलब है कि इस बार विराट के स्ट्राइक रेट में भी काफी सुधार हुआ है। उन्होंने 147.49 की स्ट्राइक रेट से दस मैचों में 500 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 71.43 का है। संजय मांजरेकर ने टी-20 वर्ल्ड कप के लिए अपनी संभावित टीम में विराट कोहली को शामिल नहीं किया। एक तरह से विराट ने गावसकर के अलावा मांजरेकर पर भी निशाना साधा है।