जिस तरह से ईशान किशन ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट की दूसरी पारी में ताबड़तोड़ हाफ सेंचुरी बनाई है, उससे उन्होंने भविष्य के लिए भी उम्मीदें जगा दी हैं। पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले जा रहे इस टेस्ट में साबित कर दिया कि जब टीम को तेज़ खेलने की ज़रूरत होगी तो वह टीम की ज़रूरत के हिसाब से खेलेंगे और उनकी पारी की बदौलत टीम इंडिया सम्मानजनक स्कोर पर पहुंचकर पारी घोषित करने में सफल रही।
ऐसे में सवाल उठता है कि वेस्टइंडीज़ के खिलाफ शुरू होने वाली वनडे सीरीज़ में ईशान किशन खेलेंगे या संजू सैमसन। ईशान बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं और उनका हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा है, यह बात उनके पक्ष में जाती है लेकिन साथ ही यह भी सच है कि उन्हें रोहित और गिल की ओपनिंग जोड़ी के होते हुए बैकअप ओपनर ही गिना जाता है।
वहीं संजू सैमसन वनडे में नम्बर चार या पांच पर शानदार बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। उनका वनडे में 66 का औसत है लेकिन साथ ही यह भी सच है कि वह इस दौरान पांच बार नॉटआउट भी रहे हैं। उनकी खासकर लखनऊ में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 86 रन की नॉटआउट पारी हो या ऑकलैंड में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 36 रन की पारी, दोनों में ही संजू अलग अंदाज़ में दिखाई दिए हैं।
ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ डबल सेंचुरी लगाकर साबित किया है कि उनमें वनडे की लम्बी पारी खेलने का भी जज़्बा है। हालांकि उनका वनडे में औसत 42.50 रन प्रति पारी का रहा है। इसके अलावा साउथ अफ्रीका के खिलाफ रांची में उनकी 93 रन की पारी हो या फिर श्रीलंका के खिलाफ कोलम्बो में 59 रन की पारी हो, उन्होंने इन पारियों में खुद को साबित किया है। अगर उन्हें नम्बर चार या पांच पर खिलाया जाता है तो वह आक्रामक अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करके टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
ईशान की ऐसी पारियों के बाद टीम इंडिया के पास फिनिशर के रोल के लिए हार्दिक पांड्या, सूर्य कुमार यादव और रवींद्र जडेजा मौजूद हैं। ज़रूरत सूर्य कुमार यादव को अपनी जगह पक्की करने की है। शायद इसीलिए टीम प्रबंधन उन्हें 35 ओवर के आसपास बल्लेबाज़ी के लिए उतारना चाहता है जिससे वह टी-20 वाले अंदाज़ में ही बचे हुए ओवरों में तेज़ी से रन बना सकें।