पारखी
श्रीलंका ने नीदरलैंड के खिलाफ़ मैच में शानदार प्रदर्शन किया और विश्व
कप के अपने अंतिम मैच में 83 रन से जीत हासिल की। शुरुआत में श्रीलंका की
टीम डगमगा गई थी लेकिन बीच में टीम ने अच्छी वापसी की। वहीं नीदरलैंड का
हार के बाद सुपर-8 में क्वालीफाई करने का सपना टूट गया।
श्रीलंकाई गेंदबाजी की काबिलियत और बांग्लादेश के हाथों नेपाल की हार की
खबर ने उनकी कोशिशों को कमजोर कर दिया और नीदरलैंड की टीम महज 118 रन पर
आउट हो गई। नीदरलैंड के शुरुआती गेंदबाजों ने लाइन और लेंथ के साथ स्कोर
को बराबर बनाए रखा था। पावरप्ले के बाद श्रीलंका ने बीच के ओवरों में
बहुत कम बाउंड्री लगाईं और फील्डर्स के बीच से गेंद निकालने पर ध्यान
दिया। इस दौरान खिलाड़ी स्ट्राइक रोटेट करते रहे।
कुसल के आर्यन दत्त की गेंद पर एंजेलब्रेच को आसान कैच थमा दिया, जिससे
यह भागीदारी टूटी। धनंजय ने अपनी फॉर्म जारी रखते हुए 13वें ओवर में वैन
मीकेरन को 18 रन पर आउट कर दिया। लेकिन अंत में प्रिंगल ने उन्हें आउट कर
दिया। आखिरी पांच ओवरों में श्रीलंका के बल्लेबाज़ों ने 77 रन जोड़े।
असलंका, एंजेलो मैथ्यूज और हसरंगा ने इस दौरान कुल आठ छक्के लगाए। टीमें
अपने-अपने घर लौट रही हैं। नीदरलैंड एक जीत के साथ अपने ग्रुप में चौथे
स्थान पर रही जबकि श्रीलंका का विश्व कप अभियान सांत्वना जीत के साथ
समाप्त हुआ। टूर्नामेंट में उसे यही एकमात्र जीत हासिल हुई, जबकि दो
मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा और एक मैच में उसे अंक बांटने के
लिए मजबूर होना पड़ा।