~मुस्कान राय
ओवल में खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ट्रेविस हैड के बाद स्टीव स्मिथ आकर्षण का केंद्र रहे। स्मिथ ने 31वीं और भारत के खिलाफ नौवीं सेंचुरी पूरी की।
उन्होंने दूसरे दिन के पहले ही ओवर में मोहम्मद सीराज पर लगातार दो चौके लगाकर अपनी सेंचुरी पूरी की।
स्मिथ की इस पारी में उनके फ्लिक, ग्लांस और स्क्वेयर ड्राइव कमाल के थे। वह न सिर्फ
इंग्लैंड में सबसे ज्यादा टेस्ट सेंचुरी लगाने वाले डॉन ब्रेडमैन के बाद दूसरे विदेशी बल्लेबाज बने बल्कि फैब 4 में सबसे ज्यादा टेस्ट सेंचुरी जड़ने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है।
ऑस्ट्रेलिया को उस्मान ख्वाजा, डेविड वॉर्नर और मार्नस लाबुशेन के रूप में पहले 3 झटके लगे थे। मगर उसके बाद ट्रैविस हेड के साथ मिलकर स्टीव स्मिथ ने शानदार 285 रनो की पार्टनरशिप की और ऑस्ट्रेलिया की वापसी कराई। उनकी यह पारी वास्तव में अन्य पारियों से काफी अलग है जो अहम मौके पर सामने आई है।
2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ उनकी सेंचुरी को भला कौन भूल सकता है। इतना ही नहीं टेस्ट में भारत के खिलाफ 19 मैचों की 36 पारियों में उनका 66.93 रन प्रति पारी का औसत उनके दबदबे को बयान करने के लिए काफी है।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज सात हज़ार रन पूरे करने का रिकॉर्ड भी उनके नाम ही है। टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 59.81 रन प्रति पारी का है। इसी रफ्तार से वह बल्लेबाज़ी करते रहे तो उन्हें दस हज़ार टेस्ट रन पूरे करने में भी देर नहीं लगेगी।
स्टीव स्मिथ आम तौर पर ऑन साइड के खिलाड़ी माने जाते हैं। उनका स्टांस बाकी खिलाड़ियों से काफी अलग है। पिछला पैर उनका बहुत जल्द ऑफ साइड पर आ जाता है जिससे उन्हें मिडिल स्टम्प की गेंदों के साथ साथ ऑफ स्टम्प की गेंद को लेग साइड में खेलने में कोई परेशानी नहीं आती।