ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में ऑस्ट्रेलियन बॉलिंग लाइन अप काफी कमजोर नजर आई। मिचेल स्टार्क पहले दोनो मैच नहीं खेले। कमिंस और हेजलवुड एक-एक मैच खेले। ऑस्ट्रेलियाई तिकड़ी अगर एक साथ खेलती तो भारत का वर्ल्ड कप से पहले अच्छा अभ्यास होता। भारत वर्ल्ड कप जीतने का प्रबल दावेदार है और शायद इसीलिए ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप से अपनी पेस तिकड़ी को भारत के सामने नही उतराना चाहता था। लेफ्ट आर्म पेसर भारत की पिछले कुछ वर्षों से समस्या रहा है और इसलिए इस सीरीज में स्टार्क मुकम्मल खेलते तो एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों की परीक्षा होती।
भारत के लिए इस सीरीज में श्रेयस अय्यर का फार्म में वापस आना एक सकारात्मक पक्ष था। इंजरी के चलते वह पिछले कुछ समय से टीम से बाहर थे। अय्यर पर फार्म और फिटनेस को लेकर सवालिया निशान थे लेकिन इंदौर वनडे में उनकी सेंचुरी ने भारत के लिए इस सीरीज में एक खुशखबरी दी। सूर्यकुमार यादव के लगातार दो पचासे ने भारत का एक सिरदर्द खत्म किया है। शार्दुल ठाकुर अभी तक गेंद से बहुत महंगे साबित हुए है। वह भारत की गेंदबाजी की कमजोर कड़ी साबित हुए हैं और वर्ल्ड कप से पहले यह एक संकेत है कि विपक्षी टीमें शार्दुल के पीछे हाथ धोकर पड़ सकती हैं।
आस्ट्रेलिया टीम इस सीरीज को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं है। राजकोट में होने वाले तीसरे वनडे के लिए मिचेल स्टार्क और ग्लेन मैक्सवेल तो लौट आएं है लेकिन बुधवार को दोनों खिलाड़ी खेलेंगे, इस पर अभी स्पष्ट नहीं है। भारतीय टीम में तीसरे मैच के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा वापसी कर रहे हैं। आस्ट्रेलिया टीम स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के बल्ले से रनों की उम्मीद करेगा। राजकोट में मैच हमेशा से हाइस्कोरिंग रहते हैं और इस बार भी चौके-छक्के की बारिश हो सकती है।