आयुष राज
राजस्थान रॉयल्स के अनुभवी युजवेंद्र चहल गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में दो विकेट चटकाने के बाद 10 विकेट के साथ पर्पल कैप हासिल की। वह इस सीजन के इकलौते लेग स्पिन गेंदबाज हैं जो विकेट चटकाने के साथ कभी इकनॉमिकल रहे हैं। चहल के अलावा लगभग सभी लेग स्पिन गेंदबाजों का प्रदर्शन इस सीजन में औसत दर्जे का रहा है। चहल ने पिछले सीजन में भी 16 मैचों में 21 विकेट चटकाए थे और पर्पल कैप की सूची में पांचवें स्थान पर थे।
राशिद खान के खिलाफ इस सीजन में बल्लेबाज आसानी से रन बना रहे हैं जिससे इस सीजन में अब तक उनका प्रदर्शन काफी औसत रहा है। पिछले सीजन के मुकाबले राशिद और पीयूष चावला की फार्म आईपीएल के इस सीजन में अब तक काफी खराब रहा है। राशिद इस सीजन में अब तक छह विकेट और पीयूष मात्र दो ही विकेट चटका पाए हैं। पीयूष चार मैचों में 11.50 की इकॉनमी के साथ काफी महंगे साबित हुए हैं। पिछले सीजन में 17 मैचों में वह 27 विकेट के साथ पर्पल कैप की सूची में तीसरे पायदान पर भी थे। साथ ही पीयूष चावला ने भी पिछले सीजन में 16 मुकाबले खेले थे और 22 विकेट चटकाए थे और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पांचवें गेंदबाज भी थे। 2017 में जब वह सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में वह बतौर नए खिलाड़ी आए थे। तब उनकी गेंदबाजी ने बल्लेबाज को काफी परेशान किया था। खासकर राशिद की गुगली गेंद को पढ़ना लगभग असंभव था। 2017 में उन्होंने 14 मैचों में 6.62 की शानदार इकॉनमी रेट के साथ 21.05 की औसत से 17 विकेट लिए थे।
हैदराबाद के मयंक मारकंडे अब तक चार मैचों में तीन विकेट ही हासिल कर पाए हैं और 11.15 की इकॉनमी के साथ करीब 150 रन खर्च कर चुके हैं। उनके साथ इस सीजन में राहुल चाहर का प्रदर्शन भी काफी निराशाजनक रहा है। उन्हें तीन मैचों में बस दो ही विकेट मिल पाए हैं। वह इस सीजन में 11.38 के इकॉनमी से गेंदबाजी कर रहे हैं। वरुण चक्रवर्ती भी इस सीजन में केकेआर के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो पाए हैं क्योंकि चार मैचों में 9.57 की इकॉनमी से 134 रन लुटा चुके हैं और बस 4 ही विकेट हासिल कर पाए है। सुयश शर्मा को भी एक मैच में मौका दिया गया था लेकिन वह भी कारगर साबित नहीं हुए। सीएसके के महेश तीक्षणा ने भी चार मैचों में मात्र दो ही विकेट चटकाए हैं लेकिन 7.58 की इकॉनमी से काफी इकनॉमिकल गेंदबाजी कर रहे हैं।