स्टीवन स्मिथ, रवि शास्त्री और सनत जयसूर्या। इन खिलाड़ियों में एक बात सामान्य है कि इन्होंने करियर की शुरुआत एक गेंदबाज के रूप में की लेकिन समय के साथ ये तीनों एक मुकम्मल बल्लेबाज बन गए। मेहदी हसन भी कुछ ऐसे ही खिलाड़ी हैं। हालांकि यह उनके करियर का शुरुआती दौर है लेकिन उन्होंने अपने शानदार ऑलराउंड खेल से सबका दिल जीत लिया है।
मेहदी हसन मिराज गेंदबाजी में बांग्लादेश के लिए पूरे 10 ओवर फेंकते हैं वहीं बल्ले से किसी भी पोजीशन में आकर रन बनाने में माहिर है। ज्यादातर, मिराज बैटिंग लोअर आर्डर में बल्लेबाजी करते हैं लेकिन जरूरत पड़ने पर ओपनिंग जिम्मेदारी भी निभा सकते हैं और मिडिल आर्डर में भी बल्ले से योगदान कर सकते हैं। ओपनिंग करते हुए इस खिलाड़ी ने चार मैचों में 57 की औसत से 172 रन बनाएं है जोकि इस खिलाड़ी के परम्परागत बैटिंग आर्डर सातवें और आठवें नंबर से बेहतर हैं।
मेहदी हसन अपने आप को शाकिब का उत्तराधिकारी नहीं मानते। शायद इसलिए सफल भी है क्योंकि एक महान खिलाड़ी से तुलना से मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ता है। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत के बाद से कई मौके पर बांग्लादेश के लिए मैच विनर साबित हुए है। दिसंबर 2022 में भारत पर वन-डे सीरीज जीत में मिराज चमके थे जिसमें एक सेंचुरी के साथ कम से कम दो शानदार जीतों में उनका योगदान शामिल था। तब से अभी तक मेहदी ने बल्ले से अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और गेंद से उन्होंने प्रभावित किया है। ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी करने का मौका मिलने से बांग्लादेश को एक नया आलराउंडर मिला है लेकिन वह किस क्रम पर बैंटिग करेगें यह अभी भी अनिश्चित है। कभी-कभी ऐसा भी लगता है कि बांग्लादेश उनके कंधों पर जितनी अधिक जिम्मेदारी देगा, वह उतना ही बेहतर खेलेगें। वन-डे में इस आलराउंडर ने 83 मैचों की 56 पारियों में 1103 रन बनाएं हैं जिसमें दो सेंचुरी और तीन हॉफ सेंचुरी शामिल है। इसके अलावा 80 पारियों में उन्होंने 94 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट फार्मेट में भी मिराज अपनी टीम के लिए कमाल कर रहे हैं। पिछले साल भारत के खिलाफ ढ़ाका टेस्ट में यह खिलाड़ी अकेले मेहमानों पर भारी पड़ा था जहां दूसरी पारी में पांच विकेट हासिल कर 145 रनों के लक्ष्य को भारत के बहुत मुश्किल कर दिया था। 39 टेस्ट में इस खिलाड़ी के नाम 151 विकेट और 1245 रन भी दर्ज हैं।