जसप्रीत बुमराह ने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी करते
हुए छह विकेट झटके। उन्होंने अपनी रिवर्स स्विंग से बल्लेबाजों के होश
उड़ा दिए। बेन स्टोक्स को बोल्ड करते ही बुमराह ने अपने टेस्ट करियर में
150 विकेट पूरे किए। इसके साथ ही वह भारतीय क्रिकेट टीम से सबसे तेज 150
टेस्ट विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 64वीं पारी में
यह कामयाबी हासिल की जबकि उन्होंने पूर्व कप्तान कपिल देव को पीछे छोड़ा।
कपिल देव ने 67 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। उनके बाद जवागल
श्रीनाथ का नंबर आता है। श्रीनाथ ने 72 पारियों में यह कमाल किया था।
बुमराह भारत के लिए 150 टेस्ट विकेट लेने वाले 17वें गेंदबाज बने।
बेन स्टोक्स वनडे अंदाज में पारी खेल रहे थे लेकिन बुमराह ने उन्हे
शानदार गेंद पर बोल्ड किया। इनसे पहले ओली पोप को भी खतरनाक यॉर्कर पर
बोल्ड किया था। बुमराह ने इसके बाद टॉम हार्टली को आउट करते हुए पंजा
खोला तो जेम्स एंडरसन को आउट करते हुए इंग्लैंड की पारी 55.5 ओवरों में
153 रनों पर समेट दी। बुमराह ने अपना 10वां पांच विकेट हॉल लिया और
भारतीय सरजमीं पर दूसरी बार इन्होंने एक पारी में पांच विकेट लिए हैं।
वहीं उन्होंने कपिल देव के 41 साल पुराने रिकॉर्ड को भी बराबर कर लिया।
कपिल देव ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1983 में अहमदाबाद के मैदान पर 83 रन
देकर नौ विकेट झटके थे। उस दौरान उन्होंने नम्बर तीन, चार, पांच और छह के
बल्लेबाज़ों को आउट किया था। यही कमाल इस बार बुमराह ने कर दिखाया। अब
बुमराह टेस्ट क्रिकेट में ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय पेसर बन गए हैं। इस
पारी में उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट, ओली पोप, जॉनी बेयरस्टो
और बेन स्टोक्स को आउट कर सभी बड़े खिलाड़ियों का विकेट लिया। बुमराह ने
पारी में 15.5 ओवर की गेंदबाजी की और 45 रन देकर छह विकेट झटके। इंग्लैंड
की टीम 253 रन पर ढेर हो गई। इसी के साथ पहली पारी में 396 रन बनाने वाली
टीम इंडिया को 143 रन की लीड मिली।
इसके अलावा बुमराह भारत के लिए सबसे कम गेंदों में 150 टेस्ट विकेट लेने
वाले गेंदबाज भी बन गए। उन्होंने 150 विकेट हासिल करने के लिए 6781
गेंदें कीं। ये रिकॉर्ड पहले उमेश यादव ने के नाम दर्ज था जिन्होंने 7661
गेंदों पर 150 टेस्ट विकेट लिए थे। 150 विकेट लेने के लिए मोहम्मद शमी ने
7755 बॉल, कपिल देव ने 8378 बॉल और रविचंद्रन अश्विन ने 8380 बॉल कीं।