गौतम प्रजापति
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खिलाड़ी चयन और रिलीज के फैसले अक्सर हैरान करने वाले रहे हैं और हालिया आईपीएल सीज़न में उनकी यह रणनीति सवालों के घेरे में रही है। RCB ने क्रिस गेल, यजुवेंद्र चहल और मोहम्मद सिराज जैसे को खिलाड़ियों को छोड़ते आए हैं।
2018 में क्रिस गेल को उनकी शानदार फॉर्म और मैच जिताने की क्षमता के बावजूद RCB ने रिलीज कर दिया था जिसके बाद पंजाब ने गेल को ख़रीदा। उन्होंने पंजाब किंग्स की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। उस सीजन में गेल ने 11 मैचों में 146.03 के स्ट्राइक रेट से 368 रन बनाए थे जिसमे एक सेंचुरी और तीन हाफ-सेंचुरी भी शामिल था। इस सीजन में गेल ने 27 छक्के भी लगाए थे।
इसके बाद 2022 में RCB ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को रिलीज करने का फैसला लिया। चहल ने 2021 में 15 मैचों में 18 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन RCB ने उन्हें छोड़ दिया। यह कदम तब हैरान करने वाला साबित हुआ जब चहल ने राजस्थान रॉयल्स के साथ 2022 में 27 विकेट हासिल किए और आईपीएल के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में शामिल हुए।
हाल ही में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु ने मोहम्मद सिराज को रिलीज करने का निर्णय लिया। सिराज ने कुछ वर्षों से भारत के लिए जबरदस्त प्रदर्शन किया है और साथ ही RCB के लिए भी उनका योगदान अहम रहा है। उनके रिलीज होने पर फैंस और एक्सपर्ट्स ने सवाल उठाए हैं कि क्या यह निर्णय टीम के भविष्य के लिए सही था।
इन फैसलों ने RCB की खिलाड़ी चयन नीति को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं और यह अब देखना होगा कि आगे चलकर ये निर्णय कैसे साबित होते हैं।