कांत वशिष्ठ
यदि टीम मैनेजमेंट संजू सैमसन को टेस्ट क्रिकेट में मौक़ा देता है तो
क्या ऋषभ पंत को टीम मैनेजमेंट बाहर का रास्ता दिखाना चाहता है,
जिन्होंने दुर्घटना के बाद बांग्लादेश के ख़िलाफ़ ज़ोरदार वापसी करते हुए
सेंचुरी जड़कर दुनिया को बता दिया। “मंज़िल उन्हीं को मिलती है जिनके
सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है”
अब ये देखना होगा कि क्या हैड कोच गौतम गंभीर का इस बारे में कोई प्लान
“बी” है।
यदि देखा जाये तो बतौर विकेटकीपर टीम में ईशान किशन, ऋषभ पंत, ध्रुव
जुरैल हैं। इनसे संजू का कड़ा मुक़ाबला भी रहता है। ध्रुव जुरैल की तुलना
साउथ अफ़्रीका के मार्क बाउचर से की जाने लगी थी। क्या टीम से उनका पत्ता
साफ़ होगा या फिर कोच गौतम गंभीर की अलग रणनीति है।
संजू सैमसन तिरुवनंतपुरम के निवासी हैं। ये आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स
के कप्तान हैं। संजू सैमसन ने अभी तक टी20 और वनडे क्रिकेट में भारत के
लिए पदार्पण किया है। अभी तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेलने वाले संजू सैमसन
क्या टेस्ट के लिये फिट बैठते हैं। बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही में खेली
गई तीन मैचों की टी20 सीरीज में सेंचुरी लगाने वाले संजू सैमसन ने अब
टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा जताई है। सैमसन ने कहा कि उनका मानना है कि
मेरे पास रेड बॉल क्रिकेट में सफल होने के लिए स्किल सेट है और वह खुद को
सफेद गेंद के क्रिकेट तक सीमित नहीं रखना चाहते। सैमसन की अब तक व्हाइट
बॉल क्रिकेट में टीम इंडिया में जगह पक्की नहीं है। वह पिछले कुछ समय से
टी20 टीम का तो हिस्सा हैं, लेकिन वनडे नहीं खेल रहे। भारतीय स्क्वॉड का
तो वह कई बार हिस्सा रह चुके हैं, लेकिन खेलने का मौका कम मिला है। इसका
अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2015 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू
करने वाले सैमसन अब तक सिर्फ 16 वनडे और 33 टी20 खेल सके हैं। हालांकि,
अब उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर से टेस्ट में खेलने की
इच्छा जताई है। इस पर रोहित और गंभीर ने भी उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया
दी है पर सवाल फिर से वही कि क्या क्रिकेट तेज फॉर्मेट का खिलाड़ी टेस्ट
क्रिकेट खेल पाएगा जबकि वह काफ़ी समय से वनडे मैच नहीं खेले हैं और यदि
टीम मैनेजमेंट उन्हें टेस्ट प्लेइंग इलेवन में रखती है तो उस स्थिति में
क्या होगा ऋषभ पंत और ध्रुव जुरैल का या फिर हेड कोच गौतम गंभीर वर्ल्ड
टेस्ट चैंपियनशिप से पहले सभी विकेटकीपर बल्लेबाजों को मौक़ा देना चाहते
हैं। वैसे पंत की टेस्ट क्रिकेट में जगह को लेकर कोई संदेह नहीं है। अब
देखना ये होगा कि क्या उन्हें पंत को आराम दिए जाने पर टीम इंडिया के लिए
ट्राई किया जा रहा है, या फिर इसकी वजह कोई दूसरी है।