इस बार चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम और मज़बूत हो गई है। रचिन रवींद्र, डेरेल मिचेल, शार्दुल ठाकुर और मुस्ताफिज़ुर रहमान ने चेन्नई की उम्मीदें जगा दी हैं। पिछले साल यह टीम गुजरात टाइटंस को हराकर खिताब जीती थी। पांच बार की चैम्पियन और इतने ही बार की रनर्स अप से इस बार टीम को और भी उम्मीदें हैं।
टीम की सबसे बड़ी ताक़त कप्तान एमएस धोनी हैं जो बतौर कप्तान टीम के लिए एक बड़े रणनीतिकार साबित हुए हैं। औसत दर्जे के खिलाड़ी को भी वह कॉन्फिडेंस देते हैं और उससे सौ फीसदी रिज़ल्ट निकलवाना उनकी सबसे बड़ी विशेषता है। तेज़ गेंदबाज़ तुषार देशपांडे इसके ताज़ातरीन उदाहरण हैं। पिछली बार तुषार धोनी से प्रेरित होते हुए टीम की ओर से सबसे ज़्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ साबित हुए थे।
इतना ही नहीं, टीम में चार ऑलराउंडर उसकी बड़ी ताक़त हैं। रवींद्र जडेजा, मोइन अली, शिवम दूबे और शार्दुल ठाकुर से टीम को बड़ी उम्मीदें हैं। शिवम दूबे पिछले दिनों अफगानिस्तान के खिलाफ लगातार दो मैचों में हाफ सेंचुरी बनाने के साथ नॉटआउट रहे थे। वह टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी टीम इंडिया के बड़े दावेदार हैं। शार्दुल के आने से अब कड़ी स्पर्धा में उनके प्रदर्शन में और सुधार हो सकता है।
आजिंक्य रहाणे का अनुभव और उनकी पिछले सीज़न की 172.48 की स्ट्राइक रेट उन्हें बड़ा खिलाड़ी बनाती है। वह भी टीम की बड़ी ताक़त साबित हुए हैं। यानी जो काम वह पहले कभी आईपीएल में नहीं कर पाए थे, वह काम उन्होंने आईपीएल के पिछले सीज़न में कर दिखाया। कई दिग्गजों के आने से अब चेन्नई टीम के पास विकल्पों की कमी नहीं है।
टीम की कमज़ोरी यह है कि डेवन कॉन्वे का इंजरी की वजह से शुरुआती मैचों के लिए उपलब्ध न होना है। उन्होंने पिछले सीज़न में टीम के लिए सबसे अधिक 672 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से छह हाफ सेंचुरी देखने को मिली थी। सम्भव है कि इस बार रुतुराज गायकवाड़ के साथ पारी की शुरुआत आजिंक्य रहाणे और रचिन रवींद्र में से कोई एक करता दिखाई देगा। रचिन भी कॉन्वे की तरह बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ हैं। उनके अलावा शिवम दूबे, मोइन अली और रवींद्र जडेजा टीम के अन्य बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं। धोनी नम्बर आठ पर हों तो इससे आप इस टीम की बल्लेबाज़ी स्ट्रैंथ का अंदाज़ा लगा सकते हैं। जडेजा और मोइन के साथ तीसरे स्पिनर महीश तीक्ष्णा, मिचेल सेंटनर और एक अन्य बाएं हाथ के स्पिनर निशांत सिंधू में से कोई एक कर सकता है।
बतौर तेज़ गेंदबाज़ दीपक चाहर और तुषार देशपांडे टीम को ताक़त देते हैं। बाएं हाथ के मुकेश चौधरी और मुस्ताफिज़ुर रहमान के अलावा सिमरनजीत और राज्यवर्धन हंगारगेकर तेज़ गेंदबाज़ में टीम को कई विकल्प मुहैया कराते हैं।