– Anisha Dixit
भारतीय महिला क्रिकेट टीम मिताली राज और झूलन गोस्वामी के बिना किसी बड़े टूर्नामेंट में पहली बार भाग लेने जा रही है। इस बार उसका इम्तिहान होगा बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में, जहां महिला क्रिकेट को पहली बार शामिल किया गया है।
हालांकि टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर के पास तकरीबन सवा सौ टी-20 मैचों का अनुभव है और टीम में स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के रूप में दो ऐसी खिलाड़ी हैं जो आईसीसी रैंकिंग में टॉप पांच खिलाड़ियों में शामिल हैं। इसके अलावा दीप्ति शर्मा भी गेंदबाज़ों की सूची में पांचवें नम्बर पर हैं जो बतौर ऑफस्पिनर टी-20I क्रिकेट में 63 विकेट हासिल कर चुकी हैं।
वैसे भारतीय महिला टीम ने पिछले दिनों श्रीलंका को वनडे और टी20 सीरीज़ में हराया है और ग्रुप ए में उसे ऑस्ट्रेलिया की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा जो पांच बार की चैम्पियन होने के साथ ही मौजूदा चैम्पियन भी है। बाकी इसी ग्रुप की अन्य टीम बारबडोस को भी हल्के से नहीं लिया जा सकता। उसने पिछले दिनों सुपर 50 कप का खिताब जीता और वेस्टइंडीज़ द्वीप समूह में अपनी प्रतिभा का डंका बजा दिया। बाकी पाकिस्तान की टीम का स्तर भारतीय टीम के आस-पास भी नहीं है। ज़ाहिर की भारतीय टीम को अपने ग्रुप में टॉप दो में रहने का सुनहरा अवसर मिल सकता है लेकिन सेमीफाइनल में ज़रूर ग्रुप बी से पहुंचने वाली टीमों से उसे कड़ी टक्कर मिल सकती है जिसमें पूर्व चैम्पियन इंग्लैंड और दो बार की रनर्स अप न्यूज़ीलैंड से उसका पाला पड़ सकता है। ये दोनों टीमें हाल फिलहाल भारतीय टीम पर भारी पड़ी हैं।
टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज इस टूर्नामेंट को लेकर काफी आशान्वित हैं। उनका कहना है कि किसी भी बड़े आयोजन से पहले किसी भी टीम का प्रदर्शन उसकी तैयारियों पर निर्भर करता है और टीम इंडिया के लिए इन खेलों में पदक जीतने का यह सुनहरा मौका रहेगा।
ऑफ़ स्पिन ऑलराउंडर स्नेह राणा अब पूरी तरह फिट हैं और उनकी टीम में वापसी से भी उम्मीदें जगती हैं क्योंकि इस साल उन्होंने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ हाफ सेंचुरी बनाई थी। हालांकि पिछले दिनों जब भारतीय टीम श्रीलंका के दौरे पर शानदार प्रदर्शन कर रही थी, तब स्नेह एनसीए में रिहैब कार्यक्रम में जुटी हुई थीं। वैसे टीम के पास यस्तिका भाटिया के रूप में एक अन्य विकेटकीपर बैटर हैं जो निचले क्रम का उपयोगी बल्लेबाज़ भी हैं। साथ ही ऋचा घोष के रूप में एक अन्य विकेटकीपर हैं जिन्हें स्टैंडबाई में रखा गया है। वैसे उनके साथ पूनम यादव और सिमरन दिल बहादुर भी हैं।
इसे ऋचा का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि इस साल का वर्ल्ड कप उनका काफी खराब (7 पारियों में 81 रन) गया और उनके खराब प्रदर्शन की रही सही कसर महिला टी20 चैलेंज और श्रीलंका सीरीज़ में पूरी हो गई जबकि यही खिलाड़ी इससे पहले न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ में 48.66 के औसत और 114.06 के स्ट्राइक रेट से 146 रन बनाने में कामयाब हुई थीं। इसे भारत की मजबूरी ही कहा जाएगा कि उनकी जगह जिन दो खिलाड़ियों को विकेटकीपर बल्लेबाज़ के रूप में जगह दी गई है, दोनों का ही हालिया प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।
इस टीम में मेघना सिंह, रेणुका सिंह और पूजा वस्त्रकर तेज़ गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी संभालेंगी, वहीं राजेश्वरी गायकवाड़, राधा यादव, स्नेह और दीप्ति शर्मा के कंधों पर स्पिन का भार होगा। अब देखना होगा कि हरमनप्रीत की कप्तानी में टीम कैसा प्रदर्शन करेगी।
15 सदस्यीय टीम : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मांधना (उप-कप्तान), जेमिमा रॉड्रिग्ज, शेफाली वर्मा, एस मेघना, तानिया भाटिया (विकेटकीपर), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), दीप्ति शर्मा, पूजा वस्त्रकर, राजेश्वरी गायकवाड़, मेघना सिंह, रेणुका सिंह, राधा यादव, हरलीन देओल और स्नेह राणा। इसके अलावा विकेटकीपर रिचा घोष, स्पिनर पूनम यादव और तेज़ गेंदबाज़ सिमरन दिल बहादुर स्टैंडबाई खिलाड़ी हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स 28 जुलाई से 8 अगस्त तक बर्मिंघम में होंगे जिसमें कुल 8 टीमें हिस्सा लेंगी। भारतीय टीम को वर्ग ए में पाकिस्तान, बारबडोस और ऑस्ट्रेलिया के साथ रखा गया है जबकि वर्ग बी में इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका की टीमें हैं।